Vastu Tips: हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का काफी ज्यादा महत्व है. वास्तु के नियमों से घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है और कैरियर लव फाइनेंस से जुड़ी सभी परेशानियां दूर होती है. इसके साथ ही परिवार के सभी सदस्यों को जीवन के हर क्षेत्र में अपार खुशियां भी मिलती है. वास्तु के नियमों का ध्यान रखने पर किसी भी तरह की आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है. हालांकि आप अगर अपने घर में गलत तरीके का नाम प्लेट लगाएंगे तो आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
नेम प्लेट से जुड़े कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है. आप अगर गलत तरीके का नाम प्लेट लगाएंगे तो आपको काफी ज्यादा परेशान होना पड़ सकता है. आज हम आपको बताएंगे कि आपको वास्तु शास्त्र के अनुसार कैसे नेम प्लेट लगाने चाहिए.
जानिए वास्तु शास्त्र के अनुसार कैसा होना चाहिए नेम प्लेट(Vastu Tips)
नेम प्लेट को की साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए.
-वास्तु में आयताकार की नेमप्लेट शुभ मानी गई है.
-नेम प्लेट को मुख्यद्वार के दाएं तरफ लगाना चाहिए.
-नेम प्लेट पर लिखे हुए शब्द स्पष्ट से रुप से नजर आना चाहिए.
-नेम प्लेट टूटा-फूटा,ढीला या उस पर छेद नहीं होना चाहिए.
-नेम प्लेट पर भगवान गणेश या स्वास्तिक का चिन्ह बनवा सकते हैं.
-नेम प्लेट अगर टूट जाए या फिर पॉलिश उतर जाएं, तो इसे तुरंत बदल देना चाहिए.
-नेम प्लेट के पीछे मकड़ी छिपकली या चिड़िया का वास नहीं होना चाहिए.
-नेम प्लेट पर व्हाइट, येलो और केसरिया से मिलते-जुलते रंगों का प्रयोग करना चाहिए.
-वास्तु के अनुसार, प्लास्टिक से बनी नेम प्लेट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
-तांबा, स्टील या पीतल की धातु से बनी नेम प्लेट लगा सकते हैं.
-इसके अलावा लकड़ी या पत्थन से बने नेम प्लेट का भी प्रयोग कर सकते हैं.
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