वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रियों क्यों नहीं लगता है झटका, मक्खन जैसे चलने के पीछे क्या है वजह?

Vande Bharat Train Technology: हमारे देश में कई तरह की ट्रेन चलाई जाती है। यात्रियों के सुविधाओं के लिए रेलवे अक्सर प्रयत्न करते रहता है और कई तरह के नए ट्रेनों को लेकर आते रहती है। यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए रेलवे वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत की गई है। इस ट्रेन में यात्रियों के सुविधाओं के लिए हर तरह की व्यवस्थाएं दी गई है। अभी के समय में देश में 34 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जा रही है। पहली बार देश में इस सेमी हाई स्पीड ट्रेन को साल 2019 में चलाया गया था। यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाया गया था।

Vande Bharat Train Technology:अन्य ट्रेन से काफी अलग है वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन

काफी अधिक सुविधाओं की वजह से इस ट्रेन को काफी ज्यादा पसंद किया जाता है। ऐसा देख गया है कि अन्य ट्रेनों में काफी ज्यादा झटके लगते हैं लेकिन वंदे भारत एक्सप्रेस में ट्रेन में सफर करना हर यात्री की सपना होता है।इसमे थोड़े भी झटका नहीं लगते हैं। लेकिन आपको पता है कि आखिर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में झटका क्यों नहीं लगते हैं।

काफी आरामदायक होता है वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से सफर

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रियों का विशेष ख्याल रखा जाता है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रियों को झटका ना लगे और शोरगुल ना सुनाई दे,इसके लिए वंदे भारत ट्रेन में एयर स्प्रिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है। इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाने की वजह से इसमें ना तो झटके लगते हैं और ना ही इसमें किसी भी तरह का शोर सुनाई देता है।

जानिए क्यों आम ट्रेनों में आती है शोरगुल की आवाज

अन्य ट्रेनों की बात करें तो उसमे जो कोच लगी होती है वह पूरा कोच मोटे स्प्रिंग के सहारे टिका होता है। जब ट्रेन दौड़ने लगती है तो तो इसमें झटके लगते हैं। हालाकि कोच के नीचे लगे स्प्रिंग इन झटको को काफी हद तक सह लेता है तो भी आम ट्रेनों में थोड़े बहुत झटका यात्रियों को लगते हैं। वहीं इन स्प्रिंग के ऊपर नीचे होने से यात्रियों को शोर सुनाई देता है।

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वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में खास टेक्नोलॉजी लगाई गई होती है, इस ट्रेन में एयर स्प्रिंग रोल लगाए गए होते हैं, एयर स्प्रिंग्स में हवा भरी होती है और इस स्प्रिंग का कनेक्शन एक चेंबर से किया होता है, इसका काम हवा के प्रेशर को संतुलित करना होता है।

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यह एयर स्प्रिंग ट्रेन के चलते वक्त लगने वाले झटको को नगण्य कर देता है। सबसे बड़ी बात है की एयर स्प्रिंग किसी भी तरह का आवाज नहीं करता है। यही वजह है की ट्रेन जब पटरी पर चलती है तो इसकी आवाज यात्रियों को नहीं सुनाई देती है।

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