Rinku Singh IPL 2023: पिता घर-घर पहुंचाते थे सिलिंडर, भाई ऑटो ड्राइवर… 9वीं फेल रिंकू सिंह ऐसे बने क्रिकेटर

Rinku Singh IPL 2023: कल रात के बाद रिंकू सिंह का नाम हर एक क्रिकेट प्रेमियों के जुबान पर छा गया है। रिंकू सिंह ने आईपीएल 2023 के 9 अप्रैल के मुकाबले में गुजरात टाइटंस के खिलाफ लास्ट ओवर के लास्ट 5 गेंदों पर लगातार 5 छक्के लगाकर एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। ऐसा कभी पहले आईपीएल में नहीं हुआ है। रिंकू सिंह ने ना सिर्फ लास्ट ओवर के 5 गेंदों पर 5 छक्के लगाकर नया रिकॉर्ड बनाया बल्कि अपनी टीम को भी जीत दिलाया।

यह कारनामा रिंकू सिंह ने तब किया जब उनकी टीम लगातार 3 विकेट खोकर हारने के कगार पर थी। जिसके बाद रिंकू सिंह ने सातवें नंबर पर आकर मैच को अपनी टीम के पक्ष में कर लिया और एक शानदार जीत दिलाई। इस जीत के बाद उनके चर्चे हर जगह हो रहे हैं- तो आइए आपको बताते हैं कि रिंकू सिंह कौन हैं, कैसा है रिंकू सिंह का परिवार, क्या करते है रिंकू सिंह की पिता और भाई….rinku singh

रिंकू सिंह 5 साल पहले तब सुर्खियों में आए जब उत्तर प्रदेश के अलीनगर से कोई क्रिकेटर आईपीएल की नीलामी में बिका रिंकू सिंह को शाहरुख खान की टीम नाइट राइडर्स ने खरीदा था इसके पहले रिंकू सिंह कोलकाता पंजाब टीम के लिए खेला करते थे.rinku singh family photo

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कैसा है रिंकू सिंह का परिवार

रिंकू सिंह पांच भाई बहनों में तीसरे नंबर पर हैं। इनका परिवार काफी गरीबी झेल चुका है। रिंकू सिंह के पिता खानचंद आज भी अलीगढ़ के घरों में एलपीजी सिलेंडर डिलीवरी का काम करते हैं। रिंकू सिंह के बड़े भाई ऑटो रिक्शा चलाते हैं, जबकि दूसरा भाई कोचिंग सेंटर में काम करता है। रिंकू सिंह की जिंदगी काफी स्ट्रगल से भरा रहा है। इनका फर्श से अर्श तक का सफर संघर्ष भरा रहा। परिवार अलीनगर स्टेडियम के पास ही एलजी कंपनी के स्टोरेज कंपाउंड में दो कमरे वाले क्वार्टर्स में रहता था।rinku singh

नवमी फेल है रिंकू सिंह

रिंकू सिंह के परिवार पर 5 लाख का कर्ज था। जहां रिंकू सिंह को क्रिकेट में ही अपना कैरियर बनाना था वही उनके घरवाले इन्हें क्रिकेट खेलने से रोका करते थे। यूपी के अंडर-19 टीम में खेलते हुए रिंकू सिंह ने डेली अलाउंस के पैसे बचाएं ताकि परिवार को सपोर्ट कर सकें। घरवाले बिल्कुल नहीं चाहते थे कि रिंकू सिंह क्रिकेट खेले। मगर 2012 के एक स्कूल टूर्नामेंट मे रिंकू सिंह को मैन ऑफ द सीरीज  के तौर पर बाइक मिला जिसके बाद घरवालों का मन बदल गया।rinku singh father

शुरुआत के दिनों में जो भी उन्होंने पैसे कमाए वह पैसे कर्ज चुकाने में चले गए। क्रिकेट खेलने पर रिंकू सिंह के पिता उन्हें पीटा करते थे।  2012 में दिल्ली पब्लिक स्कूल एक वर्ल्ड कप कराया जिसमें पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश की टीम भी खेलने आए थे। इस सीरीज में रिंकू सिंह ने 354 रन बनाए और 8 विकेट लिए। जिसकी वजह से उन्हें मैन ऑफ द सीरीज दिया गया और एक बाइक मिली। इस मैच के दौरान उनके परिवार वाले भी वहां मौजूद थे। जिसके बाद उनके पिता ने उन्हें क्रिकेट खेलने पर मारना छोड़ दिया और कभी उन्हें हाथ तक नहीं लगाया। जो बाइक उन्हे मैन ऑफ द सीरीज में जीती थी उस बाइक से उनके पिता सिलेंडर पहुंचाने का काम करने लगे।rinku singh mother

रिंकू सिंह मान गए होते तो आज झाड़ू-पोछा कर रहे होते

रिंकू सिंह की जिंदगी काफी संघर्ष भरी रही है, संघर्ष के दिनों में जब रिंकू सिंह ने अपने भाई से कहा कि मुझे कोई नौकरी लगवा दे तो खुद रिंकू सिंह बताते हैं कि वह मुझे एक जगह लेकर गया जहां घर का काम करने वाला की जरूरत थी- साफ सफाई और पोछा मारना। जिसके बाद मैं घर लौट आया और मां से कहा कि मैं फिर नहीं जाऊंगा मुझे बस क्रिकेट में अपनी किस्मत आजमाने दो। आईपीएल में जब कोलकाता नाइट राइडर्स ने इन्हें खरीदा तो रिंकू सिंह ने कहा था कि पापा 6000 -7000 महीना कमाते थे, बड़ा भाई भी इतना ही कमाता था। मेरा परिवार बड़ा है और मुझे क्रिकेट पर फोकस करने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं था। लाइफ में बहुत स्ट्रगल किया, शायद भगवान उन दिनों का हिसाब आज चुका रहे हैं

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