Kharai Camels: ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहा जाता है और यह ऐसा प्राणी है जो पानी में भी तैर सकता है।भारत के राजस्थान में बड़े पैमाने में ऊंट पाए जाते हैं क्योंकि यह रेगिस्तानी इलाका है और यहां पर पाए जाने वाले ऊंट रेगिस्तान का जहाज कहा जाता है।लेकिन आज हम आपको एक ऐसे ऊंट के बारे में बताएंगे जो पानी में तैर भी सकता है और आसमान में उड़ भी सकता है।
भोजन की तलाश में समुद्र को पार कर जाते हैं यह ऊंट(Kharai Camels)
गुजरात के कक्ष में ऊंट की खारे नल काफी ज्यादा प्रसिद्ध है और सबसे खास बात है कि यह रेगिस्तान नहीं बल्कि गहरे पानी में जाकर अपने भोजन को ढूंढते हैं. इसका मुख्य भोजन चेर होता है यह एक बेहद अनोखा किस्म का पौधा है. ऊंट के इस प्रजाति को राष्ट्रीय मान्यता भी दिया जा चुका है।
गुजरात के इन इलाकों में पाया जाता है यह ऊंट
कच्छ के तटीय गांवों ऊंट की यह नस्ल पाई जाती है। ये समुद्र में मौजूद वनस्पतियों को खाते हैं, और बिना किसी इंसानी मदद के गहरे पानी में 3 किलोमीटर दूर तक का सफर भी आराम से तय कर लेते हैं। कच्छ में पाई जाने वाली ऊंट की यह खाराई प्रजाति वोंध, सूरजबाड़ी, अंबलियारा, जंगी तक समुद्री खाड़ी क्षेत्र में देखे जाते हैं।
ऊंटनी के दूध की भी है काफी डिमांड
यहां के इलाकों में ऊंटनी के दूध का भी खूब इस्तेमाल किया जाता है। इसकी मदद से कई खाद्य उत्पाद तैयार किए जाते हैं, और सेहत के लिहाज से भी इनका सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। यही वजह है, कि स्थानीय लोगों से लेकर आसपास के इलाकों में भी इस ऊंट के दूध की काफी मांग है। लोगों में धारणा है कि इसे पीने से मिर्गी, डायबिटीज और यहां तक की कैंसर जैसी बीमारी से भी बचा जा सकता है।