बिहार मे कोरोना के रफ्तार पर लगा ब्रेक, पटना का आकड़ा आया 161 पर, देखें अपने जिले का हाल

बिहार में कोरोना के फैलते आंकड़ों के साथ एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है खबर है कि बिहार में अब बेलगाम हो चुके कोरोना वायरस काफी हद तक कंट्रोल कर लिया गया है। पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के कुल 1475 मरीज मिले है। वहीं मौत के आंकड़े में भी काफी कमी देखने को मिल रही है। फिलहाल अभी एक्टिव केस की बात करें तो यह घटकर 18370 हो गया है। सबसे बड़ी राहत की खबर है कि पटना में भी करोना मरीजों में भारी कमी आई है।

ये है आकड़ा

आंकड़ों की बात करें तो पटना में कोरोना के 161 मरीज मिले हैं। वहीं खगड़िया में 38, अररिया में 63, बेगूसराय में 58, कटिहार में 63, सीवान में 44, सुपौल में 81, वेस्ट चम्पारण में 60,नालन्दा में 84, मधुबनी में 70, मुजफ्फरपुर में 81 , पूर्णिया में 61, समस्तीपुर में 42, मधेपुरा में 50 और किशनगंज में 36 मरीजों में कोरोना के मरीज मिले है. कोरोना से मौत होने की बात करें तो मौत का आकड़ा अब 50 के करीब आ गया है। पिछले 24 घंटे में राज्य में 52 मरीज का कोरोना के कारण मृत्यु हुआ है, वहीं 4130 मरीज स्वस्थ होकर घर वापस लौटे हैं।

जिला वाइज़ आकडा

जिस तरह से कोरोना के संक्रमण दर में गिरावट हो रही है उसी प्रकार से इसकी रिकवरी दर में भी काफी तेजी आ रही है । अब राज्य का रिकवरी रेट बढ़कर 96.6 7 तक पहुंच गया है। गौर करने वाली बात यह है कि संक्रमण में कमी आ जाने के बावजूद भी सरकार ने सैंपल की जांच करने में कमी नहीं कर रही है, पिछले 24 घंटे में 100494 सैंपल की जांच की गई है।

लॉकडाउन का हुआ असर

कोरोना संक्रमण में कमी आने का सबसे ज्यादा हाथ लॉकडाउन का बताया जा रहा है। सरकार राज्य में लगे लॉकडाउन को संक्रमण रोकने का एक बड़ी वजह मान रही ही है। वही आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सदानंद सिंह ने कहा कि ने भी कहा कि बिहार सरकार ने लॉकडाउन लगाने का जो फैसला किया है उसी के कारण आज हालात नियंत्रित हुई है। इन्होंने आगे कहा कि मेरी सरकार से मांग है कि जब तक कोरोना का संक्रमण पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता और पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कमी नहीं हो जाते तब तक यह सख्ती कायम रहने दी जाए। इस बार भी सरकार लॉकडाउन को आगे बढ़ाती है तो इसके काफी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।

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वहीं बिहार सरकार भी लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की सोच रही है। बिहार सरकार कोरोना वायरस को लेकर कोई रिस्क लेना नहीं चाह रही है क्योंकि पिछले दिनों सरकार देख चुकी हैं कि कोरोना वायरस प्रदेश में कितनी तबाही मचाई थी।

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