Ins Vikrant : 18 मंज़िला, 2200 कमरे,1600 क्रू मेंबर; चलता-फिरता शहर है मेक इन इंडिया का INS विक्रांत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज देश के पहले स्वदेशी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत (ins vikrant ) का जलावतरण करते हुए इसे राष्ट्र को समर्पित (ins vikrant Launch) कर दिया है। INS विक्रांत भारत के समुद्री इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा जहाज है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस भारत का यह स्वदेशी आईएनएस विक्रांत एक पूरा चलता फिरता शहर है। इसे जवानों की हर सुविधा का ध्यान में रखते हुए और दुश्मनों को पल में ढेर करने की क्षमता (ins vikrant Ability And Specialty) के साथ तैयार किया गया है।

INS Vikrat Launch

आईएनएस विक्रांत हिंद प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आईएनएस विक्रांत पर विमान उतारने के प्रशिक्षण कार्य को भी नवंबर महीने से शुरू कर दिया जाएगा। वही संभावना जताई जा रही है कि यह प्रशिक्षण साल 2023 तक पूरा हो जाएगा।

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क्या है INS विक्रांत की खासियत (ins vikrant ki khasiyat)

  • कितनी है INS Vikrat की लंबाई– भारत में बना ये स्वदेशी INS Vikrat को देश का सबसे बड़ा युद्धपोत है। बात इसकी लंबाई की करे तो बता दे कि आईएनएस विक्रांत 262 मीटर लंबा और 62 मीटर चौड़ा है।
  • मालूम हो कि आईएनएस विक्रमादित्य के बाद INS Vikrat देश का दूसरा विमानवाहक पोत होगा, जिसे रूसी प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है।
  • कितना बड़ा है INS Vikrat- INS Vikrat युद्धपोत में दो फुटबॉल मैदानों जितना बड़ा है। ये 18 मंजिल लंबा है… मालूम हो कि ये जानकारी नौसेना की ओर से दी गई है।
  • INS Vikrat के एयरक्राफ्ट कैरियर का हैंगर दो ओलंपिक आकार के पूल जितना बड़ा है। प्रारंभ में, युद्धपोत मिग लड़ाकू जेट और कुछ हेलीकॉप्टर ले जाने का काम करेगा। इस युद्धपोत की कमान मिलने के बाद नौसेना विमानन परीक्षण की भी शुरुआत करेगी।
  • INS Vikrat में होंगी कुल कितने कमरे- 1,600 चालक दल को लेकर चलने वाले इस आईएनएस विक्रांत कुल 2200 कमरे बनाये गए है। इसमें 1,600 चालक दल के सदस्य और 30 विमान बोर्ड कर सकते हैं। INS Vikrat एक ऐसी मशीनों से लैस है, जो एक घंटे में 3,000 चपातियां बना सकती हैं।
  • INS Vikrat में मिलेगी अस्पताल की सुविधा- INS Vikrat युद्धपोत, जिसे बनने में एक दशक का समय लगा, यह हर सुख-सुविधा से लैस होगा। साथ ही इसमें 16-बेड का अस्पताल, ईंधन के 250 टैंकर और 2,400 डिब्बों भी मौजूद होंगे।
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