बीजेपी छोड़ बाबुल सुप्रियो ने थामा TMC का दामन, कहा- मुझे गर्व है की मैं फैसला बादल रहा हूँ

बीजेपी के दिग्गज नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो बीजेपी को छोड़कर टीएमसी (TMC) में शामिल हो चुके है, और अब राज्य में इस पर सियासत शुरू हो गई है। इसी बीच टीएमसी के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने अपने बयान से राजनीतिक खलबली मचा दी है। उन्होंने कहा है कि राज्य विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने जैसा किया अब टीएमसी भी कुछ वैसा ही करेगी।

उन्होंने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब विधानसभा चुनाव में टीएमसी के कई नेता बीजेपी में शामिल हो गए थे, लेकिन अब बीजेपी के 4 विधायक पार्टी छोड़कर ममता बनर्जी की पार्टी में शामिल हो चुके हैं।कुणाल घोष ने यह भी कहा कि ‘बहुत सारे लोग बातचीत में बने हुए हैं जो लोग बीजेपी में संतुष्ट नहीं है, आज एक आ रहा है कल एक आना चाहता है। इलेक्शन से पहले बीजेपी ने जो दिखाया था अब उनकी देखने की बारी है। बीजेपी के अंदर की प्रॉब्लम है। लोग वापस आना चाहते हैं.’

इधर टीएमसी ज्वाइन करते ही बाबुल सुप्रियो ने अपने पुराने फैसले के बारे में कहा कि उन्होंने राजनीति छोड़ने का फैसला भावुकता में ले लिया था, लेकिन अब जब उन्हें बंगाल का सेवा करने का मौका मिला है, वे इससे खुश है। उन्होंने यह भी कहा कि दीदी ने उन पर जो भरोसा किया है, उस पर वे खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा, ”मुझे बहुत गर्व है कि मैं अपना फैसला बदल रहा हूं. मैं बंगाल की सेवा करने के महान अवसर के लिए वापस आ रहा हूं। मैं बहुत उत्साहित हूं. मैं सोमवार को दीदी (सीएम ममता बनर्जी) से मिलूंगा। गर्मजोशी भरे स्वागत से अभिभूत हूं।”

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कुछ दिन पहले राजनीति से सन्यास लेने की कही थी बात

बाबुल सुप्रियो ने टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन की मौजूदगी में TMC की सदस्यता ग्रहण की और लोकसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। बाबुल सुप्रियो ने यह भी कहा कि आसनसोल में अपनी सीट पर बने रहने का अब कोई मतलब नहीं है, वे आसनसोल की वजह से राजनीति में आ सके और उस निर्वाचन क्षेत्र के लिए विकास के लिए यथासंभव प्रयास करेंगे। बाबुल सुप्रियो की सुरक्षा केटेगरी में अब Z के बजाय Y केटेगरी कर दी गई है। गौरतलब है कि जुलाई में ही बाबुल सुप्रियो ने अचानक भाजपा का साथ यह कहकर छोड़ दिया था कि ‘वह राजनीति में सिर्फ समाजसेवा के लिए आए थे और अब उन्होंने अपनी राह बदलने का फैसला कर लिया है’।

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