Toll Tax Rules: भारत में हर साल सड़कों की लंबाई बढ़ती जा रही है और कई तरह के एक्सप्रेस में बनाए जा रहे हैं. एक्सप्रेस वे की वजह से शहरों की दूरी आधा हो गई है. आज के समय में भारत में सड़कों के विकास पर बेहद ध्यान दिया जा रहा है.
ऐसी सड़के बनाने के लिए सरकार हजारों करोड रुपए खर्च कर रही है. लेकिन गाड़ी चालकों से पैसे वसूलने के लिए टोल टैक्स बनाया जाता है और टोल टैक्स पर ही पैसे वसूले जाते हैं. अपने हर एक्सप्रेस वे पर एक टूल बूथ जरूर देखा होगा जिसे गुजरने पर आपको टोल टैक्स देना होता है, जो कि आपकी कार पर लगे फास्ट टैग से कटता है.
60 किलोमीटर की दूरी पर बनता है दूसरा टोल बूथ: Toll Tax Rules
टोल को लेकर सरकार के द्वारा कई तरह के नियम बनाए गए हैं. यह नियम लोगों के लिए और टोल बूथ चलाने वालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. टूल बूथ का एक नियम दूरी भी है यानी यह पहले से ही निर्धारित है कि दो टूल बूथों के बीच की दूरी कितनी होगी.
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सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा साफ किया गया है कि एक प्लाजा पर करने के 60 किलोमीटर तक दूसरा टोल बूथ नहीं बनाया जाएगा. देश के सभी नेशनल हाईवे और एक्सप्रेस वे पर यह व्यवस्था लागू होती है. राज्य के टोल उनके अपने हिसाब से लागू होते हैं.
टोल बूथ को लेकर बनाए गए हैं कई नियम
आज के समय में टोल टैक्स को भी काफी स्मार्ट बनाया गया है. सरकार के द्वारा लगातार टोल टैक्स से जुड़े नियमों में बदलाव किया जाता है. सड़कों पर होने वाले परिवर्तन के साथ-साथ टोल बूथ पर भी परिवर्तन देखने को मिलता है. टोल बूथ को लेकर सरकार के द्वारा कई तरह के नियम बनाए गए हैं जिसे हर किसी को हर हाल में पालन करना पड़ता है.
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