अंतराष्ट्रीय महिला क्रिकेट जगत में 2 दशक से ज्यादा का वक़्त बिता चुकी मिताली राज का आज जन्मदिन है। 3 दिसंबर , 1982 को जन्मी मिताली आज अपना 39 वां जन्मदिन मनाया रही हैं। बचपन मे मिताली को क्लासिकल डांसिंग का बहुत शौक था लेकिन उनके पिता उन्हें शुरू से ही क्रिकेटर बनाना चाहते थे। तो आईये आपको बताते हैं कि मिताली का क्लासिकल डांसर से लेकर भारतीय महिला क्रिकेट टीम का चमकता हुआ सितारा बनने तक का सफर कैसा रहा।
बचपन मे बनना चाहती थी क्लासिकल डांसर
मिताली बचपन में एक बेहतरीन क्लासिकल डांसर थी और यही वजह थी कि उनकी माँ उनको एक क्लासिकल डांसर बनाना चाहती थीं। लेकिन, मिताली के पिता का सपना कुछ और ही था , वो मिताली के हांथों में क्रिकेट का बल्ला देखना चाहते थे और यही वजह थी कि मिताली ने अपना कैरियर क्रिकेट जगत में ही बनाने की ठानी।
हालांकि, मिताली को अपने शुरुआती दिनों में क्रिकेट से ज्यादा लगाव नहीं था और यही वजह थी कि उन्हें सुबह उठकर क्रिकेट क्लब जाना नहीं पसंद था। मिताली ने एक इंटरव्यू के दौरान यह खुलासा किया कि मिताली के पिता एक क्रिकेटर बनना चाहते थे पर घर की जिम्मेदारियों की वजह से वो अपना यह सपना पूरा नहीं कर पाये और यही वजह थी कि अपना सपना अपनी बेटी के द्वारा पूरा करना चाहते थे।
कई रिकार्ड्स किये हैं अपने नाम
मिताली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 17 साल की उम्र में डेब्यू किया था और अपने पहले ही मैच में नाबाद 114 रन बनाए गए। इसके बाद तो उन्होंने पीछे मुड़ कर कभी नहीं देखा। आपको बता दें कि मिताली ने क्रिकेट जगत में कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किये हैं । वो महिला वनडे में सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं और भारत की इकलौती ऐसी क्रिकेटर हैं जो बतौर कप्तान दो वनडे वर्ल्ड कप फाइनल लहेल चुकी हैं।
लेकिन अभी तक मिताली अपनी टीम को विश्व चैम्पियन नहीं बना पाई हैं। उम्मीद है कि उनका यह सपना अगले साल न्यूजीलैंड में वनडे विश्व कप के दौरान पूरा हो जाएगा। यही नहीं मिताली ने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाकर भी इतिहास रचा है। 2006 में मिताली वनडे क्रिकेट में 6 हजार से अधिक रन बनाने वाली पहली महिला बल्लेबाज बनी थी।
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