दरभंगा Airport बदलेगा सूरत! नौकरी से आवागमन तक…मॉडर्न टाउनशिप, व्यापार और रोजगार देखें कैसे मिलेगा फायदा

उत्तर बिहार (Bihar) के प्रमुख शहरों में से एक दरभंगा हवाई अड्डे (Darbhanga Airport) के विकास के रास्ते अब साफ हो गए है। दरअसल दरभंगा एयरपोर्ट (Darbhanga Airport Civil Enclave) पर सिविल एंनक्लेव और रन-वे (Darbhanga Runway) के विस्तार को लेकर सरकार की ओर से लंबे इंतजार के बाद फाइनली हरी झंडी दिखा दी गई है, जिसके साथ ही दरभंगा (Darbhanga) और इससे सटे आस-पास के इलाकों के विकास के रास्ते अब साफ हो गए हैं। दरभंगा के साथ-साथ इससे सटे आसपास के इलाकों को न सिर्फ आर्थिक तौर पर मजबूती मिलेगी, बल्कि साथ ही रोजगार के नए आयाम भी खुलेंगे।

अब बदलेगी दरभंगा की तस्वीर!

इस मामले के मद्देनजर सरकार की नोडल एजेंसी ADRI ने भी इस मामले में एक रिपोर्ट सरकार को सौंपी है, जिसके तहत दरभंगा एयरपोर्ट के लिए 78 एकड़ जमीन अधिग्रहण के बाद अब इस क्षेत्र का सामाजिक बदलाव किया जाएगा। ADRI द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में यह अनुमान बताया गया है कि- दरभंगा एयरपोर्ट के विकास से ना सिर्फ पुराने शहरों के तरक्की के द्वार खुलेंगे, बल्कि साथ ही हवाई अड्डे से सटे इलाकों का औद्योगिक एवं सामाजिक विकास भी होगा।

whatsapp channel

google news

 

गौरतलब है कि बीते साल एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने के बाद से ही आसपास के इलाकों की जमीनों के दाम में भारी उछाल आया था। आसपास के इलाकों की जमीनों के दाम बेहद कम समय में आसमान छूने लगे थे। वहीं अब रन-वे विस्तार और सिविल एनक्लेव बनाने की योजना के बाद इनमें और भी बढ़ोतरी होने की संभावना जताई जा रही है।

रोजगार के खुलेंगे द्वार

ADRI की रिपोर्ट के मुताबिक एयरपोर्ट की तरक्की से दरभंगा के बाहरी इलाकों में मॉडर्न टाउनशिप के साथ-साथ उद्योग धंधे भी बढ़ेंगे, जिससे दरभंगा व आसपास के इलाकों के लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। साथ ही रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि- दरभंगा एयरपोर्ट से सटे इलाकों के आस-पास भारी मात्रा में खेती वाली जमीन है, जहां मालिक खुद खेती कर अपना जीवन गुजर बसर करते हैं। ऐसे में जब एयरपोर्ट पूरी क्षमता के साथ तैयार हो जाएगा तो आसपास के इलाकों की जमीन के दाम बढ़ जाएंगे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो दरभंगा एयरपोर्ट के विकास के लिए 78 एकड़ जमीन को अधिग्रहण किया जाना है, जो शहर और ग्रामीण दोनों इलाकों को आपस में जोड़ेगी। इस प्रोजेक्ट के मद्देनजर जिन लोगों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी उनकी आजीविका का मुख्य साधन कृषि ही है। ऐसे में इन परिवारों में से अधिकतर में कमाऊं सदस्यों की संख्या भी एक है। ऐसे में अगर सरकार उनकी जमीन को अधिकृत करती है, तो यह जाहिर है कि एयरपोर्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट से इन परिवारों को भी आर्थिक स्तर पर मजबूती मिलेगी।

Share on