पटना जंक्‍शन पार्किंग के बदले नियम, अब यात्रियों को ट्रेन चढ़ाने के लिए नहीं देने पडेगे पैसे

पटना जंक्‍शन पर आने-जाने वाले यात्रियों को लिए नई व्यवस्था शुरू की गई है। दरअसल पटना जंक्‍शन (Patna Junction ) के पास स्थित महावीर मंदिर वाले साइड में पोर्टिको से पहले यातायात व्‍यवस्‍था में बड़ा बदलाव किया गया है। नई व्यवस्था शुरू होने से यात्रियों को छोड़ने और रिसीव करने के लिए आनेवाले स्‍वजनों को भी काफी सहूलियत होगी। एक समय निर्धारित किया गया है, निर्धारित समय के अंदर स्‍वजन द्वारा स्‍टेशन परिसर में यात्री को उतार कर या लेकर चले जाने की स्थिति में किसी भी तरह के पार्किंग शुल्‍क का प्रावधान नहीं किया गया है, लेकिन यदि निर्धारित समय से अधिक समय तक स्टेशन परिसर में रहने पर शुल्क का भुगतान करना होगा। दरअसल, पटना जंक्शन पर एक साथ तीन-चार ट्रेनों के आने की स्थिति में पार्किंग परिसर में जाम की स्थिति हो जाती है, विशेष रूप से सुबह और शाम के समय यह स्थिति होती है।

अंदर आने वाली गाड़ी को तीन मिनट में निकलना होगा बाहर

पटना जंक्‍शन के मुख्‍य निकास के सामने अक्‍सर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, इस जाम का मुख्य कारण पोर्टिको के पास बनी नई इंट्री व एक्जिट पर अव्यवस्थित तरीके से वाहनों को लगाना है । नए वर्ष के पहले ही दिन रेलवे की तरफ से इस समस्या के समाधान के लिए पहल की गई है। यहां पोर्टिको से पहले ही छोटा सा एक गोलंबर बनवाया गया है। जो भी गाड़ी इंट्री गेट से अंदर आएगी उसके लिए जरुरी होगा कि तीन मिनट के अंदर सभी यात्रियों को उतारकर बाहर निकल जाए ।

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प्रवेश और निकास में वाहनों को नहीं लगेगा अधिक वक्‍त

तीन मिनट का वक्त गुजर जाने के बाद भी रेलवे स्‍टेशन पार्किंग स्‍पेस या स्‍टेशन परिसर के रास्‍ते में ठहरने पर पार्किंग शुल्क वसूल किया जाएगा। इस गोलंबर के बन जाने से वाहनों के प्रवेश व निकास में ज्यादा समय नहीं लगेगा। तीन मिनट से ज्यादा देर तक रहनेवाले वाहनों को सीधे पार्किंग में भेज दिया जाएगा। इस तरह आने वाली सभी गाड़‍ियां गोलंबर से घूमकर सीधे बाहर निकल जाएंगी, जिससे जाम की स्थिति नहीं होगी। गौरतलब है कि पटना जंक्‍शन पर ट्रेन पकड़ने के लिए दो तरफ से प्रवेश की व्‍यवस्‍था पहले से ही है। सामान्यतया यात्री महावीर मंदिर वाले छोर से ही ट्रेन पकड़ने के लिए आते हैं। इसके अलावा करबिगहिया वाले भाग से भी यात्रियों का आना-जाना लगा रहता है।

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