खाद्य प्रसंस्करण मंत्री बनाए गए पशुपति पारस, कहा ‘रामविलास पासवान मेरे लिए भगवान थे’

प्रधानमंत्री मोदी के नए मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा चुका है। नए मंत्रिमंडल में कई मंत्रियों ने शपथ लिया तो कई सीनियर मंत्रियों की छुट्टी भी हुई है। इस बार बिहार से कई नेता मोदी के नए मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं। इन्हीं में से एक हैं एलजेपी के नेता पशुपति पारस।चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस को खाद्य प्रसंस्करण मंत्री बनाया गया है।

उन्होंने बुधवार को मंत्री पद की शपथ ली। शपथ लेते हुए पशुपति पारस ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो भी मुझे जिम्मेदारी दी है मैं उनका धन्यवाद करता हूं। मैं अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाउंगा। उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान मेरे भगवान थे आज मैं उनको याद कर रहा हूं।पशुपति पारस ने कहा कि मैं हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीत कर आया हूं. मैं हाजीपुर की जनता को नमन करता हूं जो मुझे जिम्मेदारी मिली है मैं उसे पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाउंगा।

मोदी के कैबिनेट में मिली बड़ी जिम्मेदारी

कुछ समय पहले पशुपति पारस की पहचान सिर्फ बिहार के राजनीति गलियों तक सीमित था। या यूं कह लें कि उनकी पहचान सिर्फ रामविलास पासवान के भाई की थी। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ले ली है। आपको बता दें कि पशुपति पारस तीनों भाइयों में से दूसरे नंबर पर है। इनमें सबसे बड़े भाई रामविलास पासवान थे। पशुपति पारस का जन्म 12 जुलाई 1952 को बिहार के खगड़िया के शहरबन्नी गांव में हुआ था। 1977 में पहली बार अलौली से विधायक बने। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक करियर में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा पशुपति पारस बिहार सरकार में तीन बार मंत्री भी रहे हैं।

Also Read:  बिहार के इन शहरों में जीआईएस पर तैयार होगा मास्टर प्लान, नगर विकास विभाग की‌ तैयारी तेज

आपको बता दें कि पिछले कई महीने से चिराग पासवान और पशुपति पारस के बीच विवाद जारी है। LJP का एक धड़ा पशुपति पारस को लोजपा का अध्यक्ष बना दिया तो एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने सारे सांसदों को पार्टी से बाहर निकाल दिया। पशुपति पारस का केंद्रीय मंत्री बनना जीवन का सबसे बड़ा पद है। देखना होगा कि इतनी बड़ी जिम्मेदारी पशुपति पारस कैसे निभा पाते हैं।

whatsapp channel

google news

 
Share on