बिहार के इस जिले में लगेगा उद्योगों का अंबार, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार, जानिए पूरी खबर

Industries In Gaya Bihar: नए साल पर गया जिले के लोगों को सरकार के द्वारा बड़ा तोहफा मिलने वाला है. बियाडा के औद्योगिक क्षेत्र गुरारू में कई नए उद्योग लगने वाले हैं. इसके लिए लगभग 200 करोड़ का इन्वेस्टमेंट हो सकता है. उद्योग चालू होने पर तीन-चार हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. इसके वजह से क्षेत्र का तेजी से विकास होगा. गया के इस क्षेत्र में लगभग छोटे-बड़े 10 यूनिट खोले जा सकते हैं जिसमें सबसे महत्वपूर्ण टेक्सटाइल मिल और आईबी फ्लड यूनिट है.

कौन-कौन से उद्योग लगेगेंIndustries In Gaya Bihar

टेक्सटाइल यूनिट 7 एकड़ और आईबी फ्लइड यूनिट 2.5 एकड़ में निर्माणधीन है. उम्मीद जताई जा रही है अप्रैल के महीने से दोनों यूनिट से उत्पादन शुरू हो जाएगा और फिलहाल टेक्सटाइल यूनिट ट्रायल के रूप में मशीन लगाई जा रही है. वहीं दूसरी तरफ फूड प्रोसेसिंग यूनिट के अंतर्गत यहां राइस मिल से उत्पादन शुरू हो गया है. अब यहां पर दो राइस मिल एक फ्लोर मिल और एक बैग निर्माण यूनिट खुलने वाला है.

आपको बता दे कि यहां पर सूरत, लुधियाना और पानीपत की तरह बेडशीट, कंबल, तकिया का कवर, गमछा आदि का निर्माण होने वाला है. यहां से निर्माता सामान देश के विभिन्न स्थानों के अलावा विदेश में भी भेज सकते हैं. रोजगार के लिए स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है.

स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार का अवसर

बिहार इंडस्ट्रियल क्षेत्र में बिहार तथा अन्य राज्य से यहां पर कारोबारी आ रहे हैं. यहां पर कई नए उद्योग लग रहे हैं और कई स्थानीय लोग भी इसमें शामिल हो रहे हैं. स्थानीय लोग भी यहां पर उद्योग लगा रहे हैं. उद्योग लगने से रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी हो रही है और इस क्षेत्र का विकास तेजी से हो रहा है.

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यहां टेक्सटाइल यूनिट से उत्पादन शुरू हो चुका है और यहां बड़े पैमाने पर बेडशीट, कंबल, तकिया का कवर, गमछा आदि का निर्माण हो रहा है. टेक्सटाइल यूनिट अभी ट्रायल के रूप में चल रहा है उम्मीद की जा रही है कि इसी वर्ष कई अन्य इंडस्ट्री भी यहां पर लग जाएंगे.

एक जमाने में यहां पर चीनी मिल लगा हुआ था और यहां तैयार की गई चीनी देश के कोने-कोने में भेजी जाती थी. उस दौरान यहां लगभग 1000 मजदूर काम करते थे लेकिन 1991 के बाद गुरारू की चीनी मिल बंद हो गई थी. इसके बाद सरकार ने इस जमीन को बिहार की औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार को आवंटित कर दिया था.

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