करने आया था MBA, नहीं हुआ तो बन गया “MBA चायवाला” आज कमा रहा करोड़ो

भारत के प्रधानमंत्री मोदी की वडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने की कहानी पूरी दुनिया जानती है. कैसे मोदी ने संघर्ष करके एक चाय वाले से लेकर प्रधानमंत्री पद का सफर तय किया है. यह भी लोगों को मालूम है. लेकिन अब ऐसे ही एक और चाय वाले की कहानी पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है. यह चाय वाला पीएम पद के लिए दावेदारी तो नहीं कर रहा लेकिन चाय बेचकर करोड़पति जरूर बन गया.

हम बात कर रहे हैं पर प्रफुल्ल बिल्लोरे की, यह लड़का सड़क किनारे चाय बेचकर आज करोड़ों कमा रहा है. दरअसल प्रफुल्ल मध्य प्रदेश से गुजरात के अहमदाबाद एमबीए करने के लिए आया था. उसने प्रसिद्ध कॉलेज में दाखिला लेने के लिए कई बार टेस्ट भी दी है पर वह हर बार फेल ही होता रहा. लेकिन उसके पास दूसरा ऑप्शन भी था कि वह दूसरे कॉलेज में दाखिला लेकर एमबीए की पढ़ाई कर ले. लेकिन उस लड़के ने कॉलेज में एडमिशन लेकर पढ़ने के बजाय नया रास्ता चुन लिया.

अब प्रफुल्ल ने अपने लिए एक नया रास्ता चुना और नया सपना बुना. प्रफुल्ल के पिता ने 8000 रुपए भेजे थे. इसी पैसे से उन्होंने चाय की दुकान खोली. प्रफुल्ल का कहना है कि भारत की कल्पना आप बिना चाय के नहीं कर सकते. इसलिए उन्होंने चाय की दुकान खोलने का फैसला किया उनका सपना है कि देश भर में अगर कोई चाय पीए तो वह उसकी कंपनी की हो. स्ट्रीट पर चाय की दुकान खोलने में काफी दिक्कतें आई लोकल लोग काफी परेशान करते थे वह मेरी दुकान चलने नहीं दे रहे थे लेकिन अब सब कुछ ठीक है. उन्होंने बताया कि जब मैंने चाय की दुकान शुरू की थी तो पहले दिन की कमाई 150 रुपए थी.

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2017 से 2020 के बीच बदल गया प्रफुल्ल का जीवन

25 जुलाई 2017 को प्रफुल्ल ने चाय की दुकान खोली थी इसे चाय का दुकान कहें या फिर हिंदी भाषा में तफरी भी कह सकते हैं. उन्होंने बताया कि आईआईएस के बाहर चाय के स्टॉल लगा दी और दुकान का नाम रख दिया ‘MBA चायवाला’. शुरुआती दिनों में लोग नहीं आते थे लेकिन धीरे-धीरे स्टॉल पर लोग आने लगे और दुकान अच्छी चलने लगी. उनकी सालाना इनकम की बात करें तो साल 2019-20 में तीन से 3-4 करोड़ का बिजनेस किया है. अब प्रफुल्ल ने चाय की दुकान को एक रेस्टोरेंट में तब्दील कर दिया है जहां उन्होंने 20 लोगों को रोजगार भी मुहैया कराया है.

अंग्रेजी की वजह से आते हैं छात्र

जैसा कि हमने आपको पहले ही बता दिया प्रफुल्ल मध्य प्रदेश से गुजरात के अहमदाबाद एमबीए करने आए थे लेकिन वह बार-बार फेल हो गए थे. जिसके कारण उनका अच्छे कॉलेज में एडमिशन नहीं हो पाया. लेकिन प्रफुल्ल बहुत अच्छे इंग्लिश बोल लेते हैं उनकी दुकान पर देशी और विदेशी हर तरह के ग्राहक आते हैं. प्रफुल्ल अंग्रेजी में भी ग्राहकों का ऑर्डर लेते हैं साथ ही वह युवाओं के लिए मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर भी गेस्ट बन कॉलेज में छात्रों को संबोधित करते हैं. उनका कहना है कि अगर अगर इंसान के पास हौसला और जज्बा हो तो सब कुछ हासिल किया जा सकता है. अब प्रफुल्ल को लोग चायवाला के नाम से नहीं बल्कि एमबीए चायवाला के नाम से जाने जाते हैं हैं.

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