Mahayogi Satyendra Nath video viral: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में आप देख सकते हैं की ऊंची चोटी पर बर्फ के बीच बैठे एक महायोगी योग करते हुए दिखाई दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इसे सनातन धर्म से जोड़ रहे हैं. वहीं कुछ लोग इसे AI से जेनरेटेड बता रहे हैं. हालांकि वीडियो की पूरी सच्चाई इस खबर में आपको पता चलेगा. वीडियो कुल्लू जिला की सराज घाटी का है.
वीडियो में सिद्ध योगी बादल और धुंध में आसमान से गिरते बर्फ के बीच योग साधना में बैठे है . इस योगी का नाम सत्येंद्र नाथ है जो मूलत कुल्लू जिला के रहने वाले हैं. यह मंडी जिला के बालीचौकी में कौलानतक पीठ नाम से आश्रम है जहां यह पिछले 20 से 22 वर्ष से योग साधना कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो फरवरी महीने के पहले सप्ताह में शुरू हुई बर्फबारी के दौरान की है. इस दौरान योगी सत्येंद्र नाथ असम के सिलीगुड़ी में योग साधना सीख रहे हैं.
महायोगी सत्येंद्र नाथ के गुरु ईशनाथ थे और उनका शिष्य होने के कारण लोग इन्हे ईशपुत्र भी कहते हैं. ये हिमालय के सिद्ध परंपरा के योगी हैं और इनका वास्तविक नाम महायोगी सत्येंद्र नाथ है. यह कौलानतक पीठ के पीठाधीश्वर भी है जो हिमालय के सिद्धू की एकमात्र पीठ है और देव परंपरा को आधार मानकर यह चलती है.
बाल्यावस्था से ही अभ्यास करते हैं महायोगी सत्येंद्र नाथ
बाल्यावस्था से ही अपने एक अन्य गुरु सिद्ध सिद्धांत नाथ जी द्वारा बताए गए साधना मार्ग को ये अभ्यास कर रहे हैं. अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करके इशपुत्र ने कौलन्तक पीठ के समस्त कार्यों को संभाल लिया था और लगभग एक माह के साधना अभ्यास कर रहे इसपुत्र के साथ-सराज घाटी के पधारो पर उनके दो शिष्य भी योग कर रहे थे.
योग साधना के दौरान हिमपात शुरू हो गया। ऐसे में उनके शिष्य घबराकर ईशपुत्र के पास पहुंचे. इसी दौरान उन्होंने अपने मोबाइल में यह कैद वीडियो बना लिया. जब ये वीडियो सोशल मीडिया पर आया है तो लोग इसे देख हैरान रह गए. अधिकांश लोगो को यह स्टूडियो में शूट विडियो लग रहा , लेकिन सच्चाई ये हैं कि ये योग साधना की एक झलक है
देखें विडियो (Mahayogi Satyendra Nath video viral)-
शिष्य ने बनाया है वीडियो
इस वीडियो को उनके शिष्य राहुल ने बनाया है और इशपुत्र के सारे वीडियो वही बनाता है. इस वीडियो बनाने के पीछे नए जनरेशन को योग साधना से परिचित करवाना है.
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जानिए क्यों करते हैं हिमसाधना
हिमालय के सिद्ध परंपरा में एक ग्रंथ श्वेत मेरु कल्प है. इसमें हिम में और पर्वतों पर साधना करने की विधि बताई गई है. हिमालय के जोगियो के लिए हम एकरूपता सत्य और शांति का प्रतीक होता है. इस ग्रंथ में कब कहां कैसे कितने समय के लिए कि योगी को हिम योग करना चाहिए इसका विवरण बताया गया है.
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