श्रद्धांजलि! नहीं रहें बप्पी लाहिड़ी, मशहूर संगीतकार और गायक ने देर रात कहा अलविदा

80 से 90 के दशक में भारत में डिस्को संगीत को सबसे लोकप्रिय बनाने वाले मशहूर गायक और संगीतकार बप्पी लहरी (Bappi Lahiri) ने आज दुनिया को अलविदा कह दिया। मुंबई के क्रिटिकेयर अस्पताल में उनका 69 साल की उम्र में निधन (Bappi Lahiri Death) हो गया। बप्पी लहरी की निधन की खबर अस्पताल के निर्देशक दीपक जोशी ने साझा की। उन्होंने बताया कि बप्पी लहरी बीते एक महीने से अस्पताल में भर्ती (Bappi Lahiri Health) थे। सोमवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन मंगलवार को उनकी तबियत अचानक बिगड़ी और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को घर बुलाया।

Bappi Lahiri

इसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया। वह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे, जिसके चलते उनका निधन हो गया। बप्पी लहरी का निधन देर रात करीब 11:00 बजे हुआ। बप्पी लहरी काफी लंबे समय से बीमार थे और उन्हें कोरोना संक्रमण भी हुआ था।

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सोने से था बेहद लगाव 

बप्पी लहरी को सोने से बहुत प्यार था। उनके संगीत के साथ-साथ लोग उन्हें उनके सोने के लिए पहचानते थे। बप्पी लहरी हमेशा चश्मा लगाकर और गले में सोने की मोटी-मोटी चेन पहन कर ही कहीं आते-जाते थे। बप्पी लहरी को बॉलीवुड का पहला रॉकस्टार कहा जाता है। बप्पी लहरी सोने को अपने लिए लकी मानते थे। यही वजह थी कि वह हमेशा बहुत ज्यादा सोना पहने रखते थे।

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संगीत घराने से था बप्पी का ताल्लुक

बप्पी लहरी का जन्म 27 नवंबर 1952 को कोलकाता में हुआ था। बप्पी लहरी एक संगीत घराने से ताल्लुक (Bappi Lahiri Family) रखते थे। बचपन से ही उनकी रुचि संगीत की दुनिया में थी। उनके पिता (Bappi Lahiri Father) अपरेश लहरी एक प्रसिद्ध बंगाली संगीतकार ।थे उनकी माता (Bappi Lahiri Mother) बांसुरी लहरी भी बंगाली संगीतकार रहीं। बप्पी दा अपने माता-पिता की अकेली संतान थी। 3 साल की उम्र से ही उन्होंने तबला सीखना और संगीत में रुचि लेना शुरू कर दिया था। संगीतकार किशोर कुमार (Kishor Kumar) और एस मुखर्जी बप्पी लहरी के सबसे करीबी दोस्त बताए जाते थे।

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बप्पी लहरी ने 19 साल की उम्र में पहली बार बंगाली फिल्म दादू से अपने संगीत के सफर की शुरुआत की थी। बप्पी लहरी के निधन से बॉलीवुड इंडस्ट्री में मातम पसर गया है। हर कोई सदमे में है…अचानक बप्पी लहरी के दुनिया को अलविदा कह देने से हर किसी की आंखें नम है। इस महीने में बॉलीवुड इंडस्ट्री को लगने वाला यह दूसरा झटका है। इससे पहले 6 फरवरी को स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन के बाद दुनिया को अलविदा कहा था।

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