चाणक्य नीति: आज ही छोड़ दें ये 4 गलत आदतें वरना आपको देती हैं कंगाल, जीवन भर पड़ेगा पछताना

आचार्य चाणक्य श्रेष्ठ विद्वान माने जाते हैं। चाणक्य को राजनीति और कूटनीति का महापंडित माना जाता है। आचार्य चाणक्य अपने समय के एक महान विभूति थे जिन्होंने अपनी बुद्धिमता और क्षमता के बल पर भारतीय इतिहास की धारा बदल दी थी। चाणक्य के अनुसार व्यक्ति पद और धन से श्रेष्ठ नहीं बनता है व्यक्ति अपने अच्छे आदत से श्रेष्ठ बनता है। व्यक्ति अपने जीवन में खूब मेहनत करता है परंतु मेहनत से कमाया गया पैसा बिल्कुल भी नहीं टिकता। चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को गलत आदतों से दूर रहना चाहिए। गलत आदतें व्यक्ति की प्रतिभा का नाश करती है यदि जीवन में सफल होना है तो इन आदतों से दूर रहना चाहिए।

आचार्य चाणक्य नीति शास्त्र में कुछ आदतों के बारे में उल्लेख किया है इसमें उन्होंने बताया कि कुछ ऐसी आदतें हैं जिनके कारण लोग कभी धनवान नहीं बन सकते। आचार्य चाणक्य के अनुसार जिन लोगों में यह चार प्रकार की गंदी आदतें हैं वह कभी भी धनवान नहीं बन सकते उनके जीवन में जल्द ही दरिद्रता आने लगती हैं। व्यक्ति को आर्थिक जीवन में खुशहाली के लिए चार आदतों को तुरंत ही त्याग कर देना चाहिए तो चलिए जानते हैं आखिरी आदत कौन सी है।

1- आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में इस बात का जिक्र किया है कि जो लोग अपने दांतो के साफ़-सफाई नहीं करते उनके पास कभी लक्ष्मी नहीं रुकती। ऐसे लोगों से लक्ष्मी जी रूठ जाती है जिसके कारण व्यक्ति दरिद्र हो जाता है। इसी तरह जो लोग गंदे रहते हैं साफ-सुथरे कपड़े नहीं पहनते या उनके आसपास गंदगी का वातावरण रहता है वह अपनी जिंदगी में हमेशा दरिद्रता का ही सामना करना पड़ता है।

2- चाणक्य नीति के अनुसार कभी भी अपने शुभचिंतकों और दोस्तों का साथ नहीं छोड़ना चाहिए जो लोग हमेशा अपने दोस्तों का साथ लेकर चलते हैं उन पर मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा रहती है। इससे घर में धन की कमी नहीं रहती।

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3- आचार्य ने अपने नीति शास्त्र में इस बात का उल्लेख किया है कि मनुष्य को अपनी वाणी में कठोरता नहीं लानी चाहिए। जिन लोगों के वाणी में मधुरता नहीं होती उन पर माँ लक्ष्मी की कृपा ज्यादा दिनों तक नहीं बनी रहती इसलिए हमेशा हर किसी से मधुरता से बात करें मधुरता से बोलने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और घर में सुख समृद्धि और धन दौलत बनी रहती है।

4- आचार्य चाणक्य अपने नीति शास्त्र में इस बात का भी उल्लेख किया है कि जो लोग सूर्योदय के पश्चात भी सोते रहते हैं जो लोग संध्याकाल में सूर्यास्त के पश्चात सोते हैं उनके जीवन में हमेशा दरिद्रता बनी ही रहती है। ऐसे घरों में माता लक्ष्मी की कृपा नहीं होती है सूर्योदय के बाद तक सोए रहने वाले व्यक्ति व्यक्ति हमेशा दरिद्रता का सामना करता है।

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