बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बुधवार को अचानक पटना के ECO Park पहुंचे. तेजस्वी यादव के पहुंचते ही बड़े संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. तेजस्वी यादव पहले शिक्षकों के आंदोलन में शामिल हुए और शिक्षकों की समस्या सुनी और उसके बाद उन्होंने डीजीपी, मुख्य सचिव और डीएम को कॉल लगा दिया.
इसके बाद तेजस्वी यादव ने अधिकारियों से बात की उन्होंने शिक्षक अभ्यर्थियों को गर्दनीबाग धरना स्थल पर धरना देने की इजाजत मांगी. जब तक उन्हें इजाजत नहीं मिली तब तक हुआ इको पार्क में डटे रहे. जैसे ही जिला प्रशासन द्वारा गर्दनीबाग में धरना प्रदर्शन की इजाजत मिली वह पैदल ही गर्दनीबाग धरना स्थल पहुंच गए और यहां भी शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ धरने पर बैठ गए. शिक्षक अभ्यर्थियों ने तेजस्वी यादव जिंदाबाद के नारे लगाए. तेजस्वी यादव के निशाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार है हालांकि कुछ देर बाद तेजस्वी यादव वहां से निकल गए.

गर्दनीबाग स्थित धरना प्रदर्शन स्थल पर Tejashwi Yadav ने शिक्षक अभ्यर्थियों की बात सुनी. उन्होंने सबसे पहले मुख्य सचिव फिर DGP और अंत में पटना के डीएम को फोन लगाया. मुख्य सचिव और डीजीपी ने तेजस्वी यादव से बात की लेकिन पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह यह नहीं समझ पाए कि आखिर बात किससे हो रही है. लेकिन जैसे ही तेजस्वी यादव ने अपना परिचय दिया तो पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने सर कहना शुरू कर दिया और मामले को गंभीरता को समझते हुए गर्दनीबाग में शिक्षक अभ्यर्थी को धरना देने की अनुमति दे दी.

शिक्षक बहाली की मांग कर रहे टीईटी पास अभ्यर्थियों को पुलिस ने मंगलवार रात को गर्दनीबाग में बलपूर्वक खाली करा दिया था. इसके बाद शिक्षक अभ्यर्थी राबड़ी आवास पर पहुंचकर तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी. Tejashwi Yadav ने शिक्षक अभ्यर्थियों पर किए गए लाठीचार्ज पर सवाल उठाए.
उन्होंने पटना के एसएसपी से बात की थी और पुलिस की कार्रवाई को गलत करार देते हुए अलोकतांत्रिक बताया था. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया था कि गिरफ्तार किए गए अभ्यर्थियों की केस वापस और रिहाई के लिए अधिकारियों से बात करेंगे. अगर ऐसे में अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं तो तेजस्वी यादव खुद धरना स्थल पर प्रदर्शन करेंगे