जब शाहिद अफरीदी ने टीम इंडिया को खाने पर, किसी ने नहीं खाया बना खाना, करना पड़ा था ये काम

भारत और पाकिस्तान की टीमें जब भी आमने सामने होती है तो हमेशा कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है. मैच के दौरान दोनों टीम का जोश तो हाई लेवल पर है साथ-साथ दर्शकों का भी जोश हाई लेवल पर होता है. दोनों एक दूसरे के खिलाफ विवादित बयान देते रहते हैं. लेकिन कुछ ऐसे मौके भी आए हैं जहां दोनों टीमों के खिलाड़ियों खेल के मैदान के बाहर साथ साथ दिखाई दिए हैं.

भारत के दिग्गज और विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और पाकिस्तान के विस्फोटक बल्लेबाज शाहिद अफरीदी ने कुछ साल पहले अभी T10 टूर्नामेंट में एक साथ हिस्सा लिया था उस दौरान दोनों ने साथ इंटरव्यू दिया और कई खुलासे किए, अफरीदी ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को उन्होंने घर पर बुलाया था, लेकिन वह मुसीबत में फंस गए.

पाकिस्तान के विस्फोटक बल्लेबाज शाहिद अफरीदी ने खुलासा करते हुए कहा कि एक बार मैंने भारतीय टीम को खाने के लिए घर पर बुलाया था. पूरी इंडियन टीम मेरे घर पर आई थी भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन और उनकी पत्नी संगीता बिजलानी भी आई थी मैंने पठानी स्टाइल में पूरा खाना बनवाया था. नान-टिक्का-चिकन-मटन टेबल पर जब सारा खाना रखा था तो पता चला कि टीम इंडिया के सारे खिलाड़ी वेजिटेरियन है। अब खाना कौन खाए। फिर मैंने सारा खाना हटवाया और दाल सब्जी बनवाया।

वीरेंद्र सहवाग ने बताया

खाने की बातों को याद करते हुए वीरेंद्र सहवाग ने कहा हम लोगों की मैदान पर कड़ी टक्कर होती थी। मैच के बाद हम लोग साथ में खाना खाते थे। कभी सोएब अख्तर हमारे लिए मटन लाता था तो कभी मोहम्मद यूसुफ एक बार अख्तर बड़ी डेक्ची में मटन लेकर आया था, फिर उसमें पूरे इंडियन टीम ने आधा भी नहीं खा सके। हमने ज्यादा छोड़ दिया था। इस पर पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि तुम लोग क्या खाते हो इससे ज्यादा तो मिस्बा उल हक खा जाता है।

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वीरेंद्र सहवाग ने फिटनेस को लेकर कहा हमारा बीप टेस्ट होता था। हमारे समय में “यो- यो टेस्ट नहीं होता था। लेकिन हमें कोई चिंता नहीं होती थी, क्योंकि हमारे जो स्टार प्लेयर होते थे वह इसे पास नहीं कर पाते थे। इसलिए हम लोग भी बच जाते थे। बल्लेबाजी के दौरान दबाव को लेकर वीरेंद्र सहवाग ने कहा मैच में प्रेशर शून्य के स्कोर पर होता है जब आप 45-95 या फिर 195 पर बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो दबाब बल्लेबाज पर नहीं बल्कि गेंदबाजों पर आ जाता है।

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