Sanjay Dutt बॉलीवुड के एक बहुत बड़े एक्टर है और उन्होंने कई फिल्मों में दमदार एक्टिंग की है। एक्टर 40 साल के हो गए हैं और उन्होंने अपनी जिंदगी में कई बुरे टाइम देखें। एक्टर ने काफी लंबा समय जेल में बिताया है। 1993 में मुंबई बम ब्लास्ट में अवैध हथियार रखने की आरोपी करार होने के बाद उन्हें जेल हो गई थी और 5 साल के लिए उन्हें जेल भेज दिया गया।
हालांकि उनके अच्छे व्यवहार की वजह से उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया। पूर्व आईपीएस अधिकारी मीरांन चड्ढा ने खुलासा किया है कि कैसे उन्होंने अपनी जिंदगी को जेल में बिताया था। उन्होंने संजय दत्त को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं। उन्होंने संजय दत्त के स्पेशल ट्रीटमेंट की बात का खंडन किया है।
जेल में Sanjay Dutt को नहीं मिला था स्पेशल ट्रीटमेंट
बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त को जेल में किसी भी तरह का स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं हुआ था और इस बात का खुलासा पूर्व आईपीएस अधिकारी मीरांन चढ़ा बोरवणकर ने किया है। उसे समय यह अधिकारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक थे। उन्होंने कहा कि संजय दत्त आमतौर पर अच्छा थे लेकिन उसकी पैरोल जेल में उसके व्यवहार पर निर्भर रही थी।
अच्छे व्यवहार की वजह से जेल से छूट गए थे संजय दत्त
अधिकारी ने कहा कि अगर उनका व्यवहार अच्छा नहीं होता तो उन्हें पैरोल पर कभी भी नहीं छोड़ा जाता। उन्होंने कहा कि उनका बिहेवियर काफी अच्छा था वह जेल में काम भी करते थे और बीड़ी सिगरेट भी खुद खरीदते थे। कुल मिलाकर सभी ने महसूस किया कि संजय दत्त का व्यवहार सबके साथ अच्छा था।
संजय दत्त को सताता था एनकाउंटर का डर
फॉर आईपीएस अधिकारी ने कहा है कि संजय दत्त को आर्थर रोड जेल से पुणे के यर्वदा जेल ट्रांसफर किया जाने वाला था और वह मुठभेड़ में मारे जाने को लेकर चिंतित थे। उन्होंने कहा था कि संजय दत्त को डर था की कहीं मुठभेड़ में उन्हें मार नहीं दिया जाए और इसी डर से उन्हें पसीने आने लगे। उन्हें बुखार भी हो गया।
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