बिहार की बिल गेट्स की यह बेटी बनना चाहती है ‘मास्‍टरनी’, 10 साल से कर रही धर्मपिता का इंतजार

यह बिहार है हां वही बिहार जिसको आज तक गरीबी मिटाने के नाम पर मिले हैं तो सिर्फ वादे । कई सरकारी बदली कई पार्टियों ने यहां राज किया लेकिन आज भी देश या विदेश में जब बिहार का नाम लिया जाता है तो लोगों के मन में एक चित्र बढ़ता है और वह चित्र होता है गरीबी और पिछड़ेपन का अशिक्षा और बीमारी का । देश के कई पड़ोसी राज्य जो आजादी के बाद बिहार के साथ ही चले थे आज विकास की इबारत लिख रहे हैं लेकिन विकास बिहार के लिए शायद एक शब्द भर है ।

नेताओं के वादे तो फिर भी ठीक थे लेकिन गेट्स फाउंडेशन के चेयरमैन बिल गेट्स का वह बिहार दौरा जिसमें उन्होंने बिहार सरकार के साथ मिलकर कई समझौते किए थे, साथ ही उन्होंने दानापुर के पास बसे जमसौत पंचायत की दलित बस्ती का दौरा किया था । यही कि एक दलित बेटी रानी कुमारी को उन्होंने गोद में उठाते हुए प्यार किया था तथा इस बस्ती के लिए तथा बच्चों के लिए बहुत सारे वादे किए थे लेकिन आज 11 साल बाद जब रानी को याद भी नहीं है कि बिल गेट्स ने कैसे उन्हें गोद में उठाया था लेकिन फिर भी आज उसकी मां और वह उस वादे को पूरे होने का इंतजार कर रही है । बिल गेट्स ने रानी को अपनी बेटी जैसा बताया था लेकिन रानी आज भी अपने धर्म पिता की राह देख रही है

रानी के पिता बताते हैं कि उनके घर में दो वक्त के खाने पर भी लाले पड़े हुए हैं। गैस सिलेंडर तो दूर की बात है जलावन भी खरीदने की क्षमता नहीं है रानी जैसी बच्चियां दिन भर इधर-उधर घूम कर जलावन इकट्ठा करती है तब जाकर रात का चूल्हा जलता है । छोटे से एक जर्जर मकान में जैसे तैसे रानी के परिवार का गुजारा हो रहा है ।

रानी की मां बताती है की रानी डॉक्टर या मास्टरनी बनने का सपना देखती है अभी तो वह तीसरी कक्षा में ही है सफर लंबा है पता नहीं कटेगा भी या नहीं । आर्थिक मजबूरी इन सपनों के बीच में सबसे बड़ा रोड़ा है ।अगर वह (बिल गेट्स )हमारी कुछ मदद करें तो वह इस गरीब की बस्ती से भी कोई डॉक्टर या मास्टर निकल सकता है ।

whatsapp channel

google news

 

हम उम्मीद करते हैं कि बिल गेट्स तथा बिहार के नेताओं तक यह बात पहुंचे तथा उन्हें अपने किए हुए वादे याद आए ताकि रानी जैसी बच्चियों की जिंदगी में कुछ रोशनी आ सके ।

Share on