17 मार्च से होलाष्टक शुरू हो जाएगा. फाल्गुन शुक्ल अष्टमी तिथि को होली के त्यौहार का आरंभ हो जाता है. इस बार होलिका दहन 24 मार्च को होगा और होलिका दहन होने तक होलाष्टक ही रहेगा. होलाष्टक के दौरान ही खरमास भी 14 मार्च (Shubh Muhurat 2024) से शुरू होने वाला है, इस दौरान विवाह आदि सभी शुभ कार्य निसिद्ध रहेंगे.
ज्योतिषाचार्य के अनुसार होलाष्टक के 8 दिनों में कोई भी नया या शुभ कार्य नहीं किया जाता है. वैसे तो इसे अशुभ समय नहीं माना जाता है लेकिन होलाष्टक में मंगल कार्य जैसे की विवाह गृह प्रवेश आदि नहीं होता है.
होलाष्टक में नहीं करें ये काम
- होलाष्टक में गृह प्रवेश, जमीन या गाड़ी नहीं खरीदनी चाहिए.
- होलाष्टक में ऑफिस ओपनिंग, सगाई, रोका, विवाह संस्कार आदि नहीं करना चाहिए.
- होलाष्टक में कोई भी बड़ी खरीदारी नहीं करनी चाहिए.
- होलाष्टक आरंभ 17 मार्च 2024
- होलाष्टक समाप्त 14 मार्च होलिका दहन के बाद.
एक महीने तक शादियां नहीं होगी.
इस बार होलाष्टक के दौरान ही 14 मार्च को खरमास शुरू होने वाला है जो की 13 अप्रैल तक रहेगा. इस वजह से 1 महीने तक कोई भी विवाह का कार्य नहीं होगा. विवाह के लिए मुहूर्त 13 अप्रैल के बाद ही प्रारंभ होंगे.
खरमास के बाद विवाह के शुभ मुहूर्त: Shubh Muhurat 2024
अप्रैल में:- 18 20 21 22 23 25 26
मई जून : गुरु और शुक्र अस्त होने के वजह से कोई साया नहीं होगा, शादियों के लग्न मुहूर्त देखते समय गुरु और शुक्र ग्रह की अच्छी स्थिति होना बहुत जरूरी है. इनमें से एक भी ग्रह अस्त होने या खराब होने के स्थिति में उसे स्थिति में विवाह का मुहूर्त नहीं बनता है. 23 अप्रैल से 30 जून के बीच शुक्र ग्रह अस्त होने के वजह से विवाह का कार्य नहीं हो पाएगा और इसके अलावा 15 मार्च से 16 अप्रैल के बीच मीन राशि की संक्रांति होने के वजह से खरमास रहेगा और इस दौरान शादी विवाह नहीं होगा.
जुलाई – 9, 11, 12, 13, 15, 17
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