बिहार के सभी स्कूलों में होगी रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था, शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला

जल जीवन हरियाली योजना के तहत 10 फरवरी से जिलेवार समीक्षा होगी. किन-किन और की कितने सरकारी स्कूलों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग योजना का क्रियान्वयन हो रहा है और इसके कार्यान्वयन के क्या प्रगति है इसकी समीक्षा 10 फरवरी से होनी है. विभाग ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर कहा है कि जल जीवन हरियाली योजना के क्रियान्वयन और उसकी तैयारियों की भी समीक्षा की जाएगी. इसके लिए क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशकों को विशेष जिम्मेदारी दी गई है.

80 हजार विद्यालयों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्देश

विभाग के मुताबिक हर स्कूल में ग्राउंड वाटर रिचार्ज की तकनीक व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए विभाग द्वारा 75.32 करोड़ जिलों को जारी किया जा चुका है. आपको बता दें कि विभाग ने सभी 72000 प्रारंभिक और 8000 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग योजना को लागू करने का निर्देश जिलों को दे दिया है.

स्कूलों को उपलब्ध कराए 80-80 हजार रुपए

माध्यमिक विद्यालयों के साथ-साथ मध्य विद्यालयों में योजना को प्रभावी तरीके से लागू किया जा रहा है. फर्स्ट Phase के तहत प्रत्येक स्कूल को 80 हजार मुहैया करा दिए गए हैं. इस राशि से रेन वाटर हार्वेस्टिंग की योजना कार्यान्वित हो रही है आने वाले समय में हर स्कूल में वर्षा जल संचय की व्यवस्था सुनिश्चित होगी.

क्या है रेन वाटर हार्वेस्टिंग

रेन वाटर हार्वेस्टिंग का हिंदी में अर्थ वर्षा जल संचयन होता है. वर्षा के पानी को बहने से रोकने का तरीका है. स्कूलों या घरों के छतों पर गिरने वाले वर्षा की बूंदों को एक टैंक में जमा कर लिया जाता है. इस पानी का उपयोग शौचालय के साथ अन्य कार्य में लिया जा सकता है. पानी को जमीन के अंदर भेज दिया जाता है. इससे ग्राउंड वाटर रिचार्ज होता है. चापाकल और अन्य जल स्रोत बेहतर काम करने में इससे मदद मिलेगी.

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