निभाया ‘साथ जिएंगे साथ मरेंगे’ का वायदा! पति के तुरंत बाद पत्नी की भी मौत, एक साथ हुआ अंतिम संस्कार

ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि अग्नि के सात फेरे लेने वाले पति-पत्नी एक साथ चिता को समर्पित होते हैं. साथ जीने और मरने की कसमें तो ढेरों दम्पत्ति खाते हैं, लेकिन ऐसा किसी-किसी के साथ ही हकीकत हो पाता है. बिहार के पश्चिम चंपारण के मधुबनी प्रखंड के मधुबनी पंचायत के पूर्व मुखिया विश्वनाथ सिंह की मौत की जानकारी मिलते ही उनकी पत्नी हेमा सिंह को भी हार्ड अटैक आ गया.

इसके चलते पत्नी की भी जान नहीं बच पाई दोनों पति-पत्नी का अंत का अंतिम संस्कार रविवार को एक साथ संपन्न हुआ मधुबनी गांव के निवासी विश्वनाथ सिंह मधुबनी पंचायत के दो बार मुखिया रह चुके थे जबकि उनकी पत्नी एक बार मुखिया पद की दायित्व संभाल चुकी थी.

पति की मौत के बाद नहीं जीना चाहती थी पत्नी

शनिवार दोपहर विश्वनाथ सिंह के सीने में तेज दर्द हुआ था परिजनों ने लेकर फौरन उत्तर प्रदेश के पडरौना गए अंतत उनकी मौत हो गई इधर खबर सुनते ही पत्नी की तबीयत भी देर शाम बिगड़ गई.वह एक पल के लिए भी अकेले नहीं जानी चाहती थीं. हेमा को इस बात का अफसोस था कि वह जिंदा है, जबकि पति उन्हें छोड़कर संसार से चले गये. इसी सदमे में बदहवास हेमा सिंह को भी कुछ देर बाद मौत आ गई.

एक साथ निकली अर्थी और जलीं चिताएं

आनन-फानन में परिजन उन्हें भी लेकर पडरौना पहुंचे रविवार सुबह पति के दाह संस्कार से पहले उन्होंने भी दम तोड़ दिया बुजुर्ग दंपति का दाह संस्कार रविवार को गांव के ही पास गंडक तट पर एक ही साथ संपन्न हुआ

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