बेटा-बेटी के वकील बना, 55 साल की उम्र में मां ने की वकालत की पढ़ाई, जीते 4 गोल्ड मेडल

सफलता पाने की कोई उम्र नहीं होती है. सफलता तो आपको कभी भी मिल सकती है लेकिन उसके लिए संघर्ष करना पड़ता है और यह साबित कर दिखाया है गुजरात के अहमदाबाद के रहने वाली 55 वर्षीय नीति रावल ने. इन्होंने 30 साल तक गृहणी रहकर अपने दोनों बच्चों को पढ़ा लिखा कर वकील बनाया. उसके बाद खुद भी वकालत की पढ़ाई शुरू कर दी आपको बता दें कि नीति रावल के शानदार प्रदर्शन के चलते उन्हें गुजरात यूनिवर्सिटी में 4 गोल्ड मेडल प्रदान किए गए हैं.

मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक नीति रावल का बेटा मुंबई के एक लॉ फर्म में नौकरी कर रहा है. वहीं उनकी बेटी वकील है और उसकी शादी हो चुकी है नीति रावल के पति मौलिन अपनी पत्नी की इस उपलब्धि से फूले नहीं समा रहे हैं वह बेहद खुश हैं.

निधि रावल के पत्नी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे अपनी पत्नी पर गर्व है उसने 30 साल तक ग्रहणी रहने के बाद अपनी पढ़ाई पूरी की फिलहाल हुआ अल्ला में मास्टर डिग्री करना चाहती है इसके लिए उन्होंने दाखिले का फॉर्म भर दिया है. गुजरात विश्वविद्यालय के एक समारोह में नीति रावल के पति और उनके साथ बेटे भी शामिल हुए थे यहां अपनी मां को मेडल मिलता देख उनकी बेटी काफी खुश दिखाई दे रही थी.

नीति रावल ने समारोह के दौरान बताया कि बेटी की शादी के बाद और बेटे के मुंबई चले जाने के बाद घर पर मुझे काफी अकेला महसूस होता था. मैं कुछ करना चाहती थी इसलिए मैंने वह पेशा चुनने का फैसला किया जिसमें उनके बच्चे काम कर रहे हैं.

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