वह महिला IPS जिसने सीएम तक को गिरफ्तार किया था, 20 साल में 40 बार हुआ तबादला

आज जिस आईपीएस ऑफिसर की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं, वो महज एक शख्स की कहानी नहीं है. ये कहानी है खाकी के प्रति जुनून की. ये कहानी है अपने कर्तव्य के प्रति समर्पण की. ये कहानी है असल महिला सशक्तिकरण की. ये कहानी है आईपीएस अधिकारी दिवाकर रूपा की. एक ऐसी महिला पुलिस ऑफिसर जिसने अपना कर्तव्य निभाते हुए अपने मन से हर तरह का भय निकाल दिया.

रूपा एक साधारण परिवार में जन्मी थीं. उनके पिता जे एस दिवाकर एक दूरसंचार विभाग में इंजीनियर थे और माता हेमावती डाक विभाग में काम करती थीं. फिलहाल उनके माता-पिता दोनों सेवानिवृत्त केंद्रीय सरकारी कर्मचारी हैं. उनकी एक छोटी बहन है, जिनका नाम रोहिणी है. वो भी एक आईआरएस अधिकारी हैं और चेन्नई में आयकर के संयुक्त आयुक्त के रूप में कार्यरत हैं. वर्तमान में डी रुपा बेंगलूर में रेलवे पुलिस में इस्पेक्टर जनरल के पद पर पोस्टेड हैं.

सीएम को लगा चुकी है हथकड़ियां

तेजतर्रार तेवर, बुलंद आवाज और निर्डर हौंसले के चलते रूपा अच्छो-अच्छो को धूल चुका चुकी हैं. यही नहीं, उन्होंने गुं-ड़ो को पकड़ने के साथ कई नेताओं की पोल तक खोल डाली है. 2017 में धार्मिक दं-गों करवाने के चलते भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमा भारती को हथकड़ियां पहनाने पहुंच गई थी. हालांकि उनके पहुंचने से पहले ही उमा भारती ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. वह कई बार सिस्टम से लोहा ले चुकी हैं.

रूपा के पति मुनीश भी एक IAS ऑफिसर

पढ़ाई में बचपन से ही अव्वल रूपा ने पूरे भारत में 43 वीं रैंक से IPS की परीक्षा पास की थी. वह एक ट्रेंड भरतनाट्यम डांसर, संगीतकार और शार्प शूटर भी हैं. अपनी IPS ट्रेनिंग के दौरान वह कई अवॉर्ड जीत चुकी हैं. बता दें कि रूपा के पति मुनीश भी एक IAS ऑफिसर हैं, जो आईजी में कार्यकत हैं. उनके दो बच्चे भी हैं, जो फिलहाल पढ़ाई कर रहे हैं.

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20 साल में 41 बार ट्रांसफर

20 साल के करियर में 41 बार ट्रांसफर मिल चुका है लेकिन फिर भी वह अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटती. गुं-डे तो गुं-डे… धोखे-बाज नेता भी इस पुलिस अफसर से खौफ खाते हैं. रूपा का कहना है कि वह ट्रांसफर से कभी हैरान नहीं होती बल्कि इसके लिए हमेशा तैयार रहती हैं. उनका मानना है कि हमें अपना सपना साकार करने के लिए लगातार उसके पीछे भागना होगा.

गौरतलब है कि बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने एक आर्टिकल को ट्विटर पर टैग किया कि ऐसे कई अफसर हैं जिन्होंने अपनी मनचाही जगह पर ट्रांसफर न मिलने पर अपना राज्य ही बदल लिया. इन अफसरों में रूपा का भी नाम था. रूपा ने फौरन सांसद महोदय को जवाब दिया, ‘ब्यूरोक्रेसी को राजनीति से मुक्त रहने दीजिए जनाब. अफसरों को राजनीति में मत घसीटिए, क्योंकि आने वाले समय में इससे सिस्टम और समाज दोनों को ही कोई फायदा नहीं होगा.’

AIMDM K नेता शशिकला को जेल में VVIP सुविधाएं मिलने का खुलासा

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की बेहद करीबी शशिकला ने उनके निधन के बाद पार्टी की कमान अपने हाथ में ले थी. हालांकि बाद में भ्रष्टाचार के केस में जेल जाना पड़ा. इस वक्त भी कर्नाटक की जेल में बंद हैं, जब डी रुपा डीआइजी जेल के पद पर रहीं तो 2017 में उन्होंने एआईएडीएमके नेता शशिकला को जेल में वीवीआइपी सुविधाएं मिलने का खुलासा किया था. डी रूपा की रिपोर्ट ने खलबली मचा दी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि जेल के अधिकारियों ने दो करोड़ रुपये लेकर जेल के अंदर शशिकला के लिए किचेन बनवाई थी. इस खुलासे के बाद लेडी दबंग की चर्चा पूरे देश में हुई थी.

इतनी ही नहीं कर्नाटक की तेजतर्रार आइपीएस अफसरों में शुमार हैं रूपा फील्ड ही नहीं सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहती हैं. जरूरी सम-सामयिक मुद्दों पर ट्वीट और पोस्ट लिखतीं रहतीं हैं. उनकी फैन फॉलोइंग भी लाखों में है. सोशल मीडिया पर वो सेल्फी आदि भी पोस्ट करती हैं. सिविल सेवा और पुलिस में जाने वाले स्टूडेंट्स के लिए कर्नाटक की इस आईपीएस का संघर्ष और काम के लिए जुनून एक प्रेरणा है.

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