किसान आंदोलन में पिता को ठंड में कापते देख बेटियों ने अमेरिका से भेजे 10 लाख के गर्म कपड़े

केंद्र सरकार के नए कृषि कानून के खिलाफ पंजाब के किसान कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं और कई बार दोनों के बीच बातचीत हुई है। लेकिन बातचीत बेनतीजा ही निकला। दिल्ली जयपुर हाईवे-48 के हरियाणा राजस्थान सीमा के रेवाड़ी स्थित खेड़ा बॉर्डर पर 15 दिनों से कड़ाके की ठंड के बीच किसान कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।

अमेरिका से बेटियों ने भेजे 10 लाख के गर्म कपड़े

इनमें से एक किसान पंजाब के कपूरथला के मकसूदपुर निवासी सरदार सतनाम सिंह भी हैं। सतनाम सिंह किसानों को गर्म कपड़े वितरण करते दिखाई दिए तो लोग आश्चर्यचकित हो गए। जब उनसे पूछा गया कि कपड़े कहां से आए हैं तो उन्होंने बताया कि उनकी बेटियां तलविंदर और गुरप्रीत कौर अमेरिका में रहती है। दोनों ने मुझे टीवी पर ठंड के बीच धरने पर बैठे देखा तो बेटियों ने 10 लाख की कीमत के गर्म कपड़े भिजवा दिए।

किसान सतनाम सिंह ने बताया कि हमारी दोनों बेटियां कहती है कि आपकी खेती की बदौलत ही हम दोनों बहने आज अमेरिका में रह रहे है। ऐसे में उन्होंने कहा आज जब किसान पिता मुश्किल में है तो हमारा फर्ज है कि हम उनकी मदद करें। सतनाम सिंह ने ट्रक में भरकर भेजे गए गर्म कपड़ों को सभी किसानों को वितरित किया था की खेती बचाने के लिए चल रहे आंदोलन में बैठे किसान ठंड से बच सकें।

अमेरिका में रह रहे दोनों बेटियों के पिता किसान सरदार सतनाम ने बताया कि खेती से की गई कमाई से ही दोनों बेटियों को अमेरिका भेजा था। आज बेटियां वही सेटल है और उनका कहना है कि किसानों की मदद के लिए हरसंभव मदद करेगी। हरियाणा-राजस्थान सीमा पर 13 दिसंबर से राजस्थान, गुजरात, पंजाब महाराष्ट्र सहित कई अनेक राज्यों से आए किसान धरने पर बैठे हुए हैं NRI बेटियों ने किसानों के लिए गर्म कपड़ों के साथ ही साबुन तेल भी भिजवाया है। आपको बता दें कि किसानों और केंद्र सरकार के बीच 29 दिसंबर को बातचीत के लिए तारीख तय की गई है।

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