तीन प्रयास और तीनों में सफल हुई श्वेता चौहान, जाने कैसे बार-बार क्रैक किया UPSC एग्जाम, पूरी स्ट्रेटजी

Voice Media की टीम अपने पाठकों के साथ हर रोज किसी ना किसी सक्सेसफुल स्टोरी आप लोगों के साथ शेयर करते हैं. आज हम आपको ऐसे आईएस की स्टोरी बताने जा रहे हैं जिन्होंने पूरे प्रदेश में नहीं बल्कि पूरे देश में देश के सबसे कठिन परीक्षा माने जाने वाली यूपीएससी के एग्जाम में 8 वीं रैंक हासिल किया है. उन्होंने यह कारनामा बहुत ही कम उम्र में कर दिखाया है. इन्होंने एक नहीं बल्कि तीन-तीन बार इस परीक्षा में सफलता हासिल की है. आपको बता दें कि श्वेता चौहान ने तीन बार परीक्षा इसलिए दी क्योंकि उन्हें मन मुताबिक रैंक नहीं मिली. आखिरकार तीसरे प्रयास में श्वेता चौहान को ऑल इंडिया रैंक 8 हासिल हुआ तब जाकर उनके सफर को मंजिल मिली.

फिजिक्स ऑनर्स से ग्रेजुएट एंड श्वेता

Delhi Knowledge Track Youtube चैनल से बातचीत के दौरान श्वेता चौहान ने बताया कि UPSC के क्षेत्र में आने से पहले उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से फिजिक्स ऑनर्स की डिग्री ली है. इसी दौरान उन्होंने यूपीएससी सीएसई परीक्षा देने का मन बनाया और तैयारी शुरू कर दी. उसके बाद उन्होंने 2013 में सिविल सर्विस का परीक्षा दिया इसमें इनको 573 वीं रैंक मिली. इसके बाद उन्होंने 2015 की सिविल सर्विस परीक्षा दी जिसमें श्वेता चौहान को 473 में रैंक मिली फिर इन्होंने तीसरी दफा यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा दी इसमें श्वेता चौहान ने पिछले सारे रिकॉर्ड को तोड़ते हुए ऑल इंडिया आठवीं रैंक प्राप्त किया.

प्री और मेंस को इंट्रीग्रेट मानकर करें तैयारी

श्वेता चौहान बताते हैं कि इस परीक्षा की तैयारी के समय प्री और मेंस को अलग-अलग परीक्षा मानकर तैयारी करने के बजाए दोनों के लिए साथ में ही प्रिपेयर करें. बस इस बात का ख्याल रखें कि जब प्री परीक्षा में केवल एक महीना रह जाए तो सिर्फ इसी पर फोकस करें.

श्वेता चौहान यूपीएससी सीएसई की तैयारी के लिए सिलेबस को बहुत अच्छे से पढ़ने की सलाह देती है. उनका मानना है कि एवरीथिंग अंडर द सन जैसी कोई चीज यूपीएससी सिलेबस में नहीं होती बल्कि वह बढ़िया तरीके से डिफाइन होता है. अगर आप सिलेबस को ठीक से समझ कर तैयारी करेंगे तो सफल जरूर होंगे. इससे आपको पता होगा कि किस विषय से क्या पढ़ना है उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने के लिए सब्जेक्ट को बदल दिया था बाद में जियोग्राफी में पढ़ना शुरू किया क्योंकि फिजिक्स के सिलेबस में एमएससी का सिलेबस भी था.

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सीमित सोर्स रखें और NCERT जरूर पढ़ें

श्वेता चौहान UPSC की परीक्षा में सफल होने के मूल मंत्र के बारे में कहा अगर परीक्षा में सफल होना है तो अपने सोर्स को सीमित रखें. उनका मानना है कि अगर आपने बहुत सारी किताबें इकट्ठा कर ली तो ना तो कभी कोर्स खत्म होगा और ना ही आप समय के अंदर उन्हें रिवाइज कर पाएंगे. उनका कहना है बाजार में उपलब्ध स्टैंडर्ड बुक्स का इस्तेमाल करें और कहीं कुछ ना मिले तो आप इंटरनेट की सहायता ले सकते हैं. श्वेता चौहान कहती है कि NCERT की किताबें बहुत से विषयों की प्रारंभिक तैयारी करने में काफी मददगार साबित होती है. NCERT की किताबों की मदद ले अगर संभव हो तो वर्ग 6 से 12 की किताबें पढ़ें और समय कम हो तो क्लास 9 से 12 की एनसीईआरटी किताब तो जरूर पढ़ें.

क्या कहता है श्वेता का अनुभव

श्वेता तिवारी कहती हैं जब आप परीक्षा की तैयारी करने का फैसला लोगे तो आपको बहुत से ऐसे लोग मिलेंगे जो आपको तरह- तरह की नेगेटिव बातों से डिमोटिवेट करने की कोशिश करेंगे. डिमोटिवेट करने वाले लोगों को लगता है यह फिल्ड केवल टॉपर्स के लिए है, इसमें एवरेज स्टूडेंट के लिए कोई जगह नहीं या पहले कोई और करियर सेट कर ले फिर यह एग्जाम दे वगैरा-वगैरा. श्वेता चौहान कहती है आपको अगर परीक्षा में सफलता हासिल करना है तो खुद पर यकीन करना होगा. आप इधर-उधर की बातें ना सुने बस परीक्षा पर फोकस रखें अगर आपने ठान लिया तो फिर सफलता हासिल करने से आपको कोई नहीं रोक सकता.

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