युवराज सिंह को गिरफ्तार कर सकती है हरियाणा पुलिस, जारी किया जाएगा नोटिस ..

टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और 2011 विश्वकप के हीरो रहे युवराज सिंह मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं। उनकी यह मुश्किल पिछले साल की एक अपमानजनक टिप्पणी की वजह से हुई है। दरअसल साल 2020 में युवराज ने दलित समाज को लेकर कुछ अभद्र टिप्पणी की थी जिसे लेकर अब हरियाणा पुलिस ने FIR दर्ज कर युवराज सिंह को नोटिस जारी किया है।

क्रिकेटर युवराज सिंह के खिलाफ

वकील और दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन की शिकायत पर दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि युवराज सिंह को लेकर शिकायत 8 महीने पहले की गई थी। लेकिन उस पर पुलिस ने रिपोर्ट अब लिखी है। क्रिकेटर युवराज सिंह के खिलाफ FIR हिसार के हांसी शहर थाना में दर्ज हुई है। इन पर कई संगीन धाराओं में रिपोर्ट लिखी गई है जिनमें आईपीसी की धारा 153, 153A, 295, 505 के अलावा SC/ST एक्ट की के तहत FIR दर्ज की गई है।

हांसी के पुलिस अधीक्षक निकिता गहलोत ने एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान बताया कि शिकायत के आधार पर रविवार को ही युवराज सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। हम जो भी नॉर्मल लीगल प्रोसेस है उसे फॉलो करेंगे। युवराज सिंह को नोटिस जारी कर जांच में शामिल होने के लिए कहा जाएगा। हालांकि उन्होंने बताया कि यह आगे जांच का विषय है कि उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा या नहीं।

शिकायतकर्ता कर रहा है गिरफ्तारी की मांग

युवराज सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कराने वाले वकील और दलित ह्यूमन राइट के संयोजक रजत ने कहा कि हम शुरू से ही इस मामले में क्रिकेटर युवराज सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। अदालत का रुख करने के बाद ही पुलिस ने इस मामले पर ध्यान दिया और केस रजिस्टर किया। अगर पुलिस अभी भी युवराज सिंह को गिरफ्तार नहीं करती है तो हम आगे की कानूनी कार्यवाही करेंगे।

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आरोप सही पाए गए तो होगी दिक्कत

सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अमित शाहनी ने बताया कि युवराज सिंह के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसके चलते इस केस की जांच कोई सीनियर पुलिस अफसर ही कर सकता है। युवराज सिंह को नोटिस जारी कर इन्वेस्टिगेशन ज्वाइन करने को कहेगी अगर युवराज सिंह इन्वेस्टिगेशन के दौरान सहयोग नहीं करेंगे तो संबंधित अदालत से उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करवाया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अमित शाहनी ने आगे बताया कि अगर जांच में लगाए गए आरोप सही पाया जाता है तो यह युवराज सिंह के लिए काफी दिक्कत हो सकती है। क्योंकि मुकदमे में आरोपी की गिरफ्तारी का प्रावधान है।

क्या है पूरा मामला

मामला पिछले साल जून महीने में उनकी टीम इंडिया के मौजूदा ओपनर रोहित शर्मा के साथ हुई इंस्टाग्राम लाइव चैट से जुड़ा है। युवराज पर आरोप है कि उन्होंने इस चैट के दौरान जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया था। जिसके बाद काफी बवाल मचा था यही नहीं लोगों की नाराज़गी इस कदर बढ़ा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर युवराज सिंह से माफी मांगो टॉप ट्रेंड में रहा था। इसके बाद युवराज सिंह ने माफी भी मांगी थी।

पुलिस ने नहीं की कार्रवाई तो कोर्ट का किया रुक

वकील रजत कलसन ने हांसी में युवराज सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। यही नहीं उन्होंने गिरफ्तारी की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि एसपी की तरफ से आगे की कार्रवाई के लिए शिकायत को थाना सहारा हासी भेज दिया गया था। लेकिन पुलिस की ओर से लंबे समय तक कोई कार्यवाही ना किए जाने के बाद वकील ने कोर्ट की ओर रुख किया। अदालत की सख्ती के बाद हरियाणा पुलिस एक्टिव हुई है और आखिरकार वर्ल्ड कप के हीरो रहे युवराज सिंह के खिलाफ एफ आई आर दर्ज किया गया है।

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