मालामाल हुआ बिहार! मिला बेशकीमती धातु का बड़ा भंडार, इस जिले को मिलेगा सबसे ज्यादा लाभ

बिहार (Bihar) को एक के बाद एक नए खनिज भंडार की सौगात मिल रही है। पहले जानकारी सामने आई थी देश का सबसे बड़ा सोना भंडार बिहार (Gold Mining In Bihar) में है। वहीं अब सर्वे के दौरान बिहार के औरंगाबाद जिले में बेशकीमती क्रोमियम सिल्वर भंडार (Chromium Silver) के बारे में जानकारी हाथ लगी है। भंडार के बारे में खबर सुनने के बाद बिहार का राजस्व विभाग में खुशी का माहोल है। बिहार सरकार को इस खनिज भंडार से भारी राजस्व वसूली की उम्मीद है।

बता दें कि जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (Zoological Survey of India) ने बिहार में सर्वे किया था, इस दौरान क्रोमियम के भंडार के बारे में जानकारी हाथ लगी है। बिहार सरकार (Bihar Government) खनन की प्रक्रिया में लग गई है। इसके लिए निविदा की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। निविदा की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद खनन का काम शुरू होगा।

क्रोमियम के खनिज भंडार का खनन शुरू

औरंगाबाद जिले के जिला खनन अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जल्द ही राज्य सरकार क्रोमियम के खनिज भंडार का खनन शुरू करने जा रही है। इसके लिए कवायद तेज हो गई है। टेंडर के लिए विभागीय स्तर पर प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होंने जानकारी दी कि जिले के मदनपुर के देजना के जमीन के अंदर पर्याप्त मात्रा में क्रोमियम धातु का भंडार है। 8 किलोमीटर क्षेत्र में क्रोमियम का भंडार है। बताते चलें कि बिहार सरकार को पिछले दिनों ही केंद्र ने चार खनिज भंडार के कागजात सौंपे हैं। यह चारों भंडार क्रोमियम तथा पोटेशियम के है। ये भंडार रोहतास, गया और औरंगाबाद जिले में स्थित है।

बता दें कि क्रोमियम सिल्वर सफेद रंग का बेशकीमती धातु होता है। इसमें थोड़ा सा नीले रंग की झलक देखने को मिलती है। यह कठोर और जंग रोधक धातु है। हवाई जहाज के निर्माण और मोबाइल निर्माण में इसका उपयोग होता है। अगर इसे लौह अयस्क में मिलाया जाता है, तो उस पर जंग और धब्बा नहीं लगता है। स्टेनलेस स्टील बनाने में भी इसका उपयोग होता है। बहुत ही कम मात्रा में मानव शरीर को आहार के रूप में क्रोमियम जरुरी होता है, लेकिन काफी ज्यादा मात्रा में इसका सेवन विष हो जाता है।