Toll Plaza:अब कुछ दिनों बाद टोल प्लाजा पर फास्ट टैग की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि अब टोल कलेक्शन के लिए एक नई टेक्नोलॉजी को लागू किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी दिया कि सरकार का लक्ष्य जीपीएस आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू करने का है जो टोल टैक्स कलेक्ट करने के पुराने सिस्टम की जगह लेगा. अभी के समय में टोल टैक्स वसूलने के सिस्टम को फास्ट टैग कहा जाता है.
फास्ट टैग सिस्टम को लगभग 3 साल पहले शुरू किया गया था. हालांकि अब सरकार अब एक नई सिस्टम शुरू करने वाली है जिससे टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम को और कम किया जा सकता है. नए सिस्टम के आने से आसानी से टोल टैक्स कलेक्ट हो जाएगा.
जीपीएस आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम होगा लागू- Toll plaza
नितिन गडकरी ने जानकारी दिया की नई जीपीएस आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम अगले साल मार्च से लागू कर दिया जाएगा. नए सिस्टम का मुख्य उद्देश्य toll plaza पर लगने वाले गाड़ियों की लंबी कारों को कम करना है. साल 2021 में फास्ट टैग टोल कलेक्शन सिस्टम को लागू किया गया था. नितिन गडकरी ने कहा कि नए टोल कलेक्शन के आने से लोगों को परेशानी नहीं उठाना पड़ेगा.
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नितिन गडकरी ने दी बड़ी जानकारी
20 दिसंबर को एक कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार देश में टोल प्लाजा बदलने के लिए जीपीएस आधारित टोल सिस्टम समेत कई नई टेक्नोलॉजी लाने पर विचार कर रही है. अगले साल मार्च तक देश भर में जीपीएस सैटेलाइट बेस्ट टोल कलेक्शन की शुरुआत की जाएगी.
कैसे काम करेगा यह नया सिस्टम- Toll Plaza
नया सिस्टम जीपीएस बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम वहां नंबर प्लेट को स्कैन कर टोल्ड वसूलने में मदद करेगा. नितिन गडकरी ने जानकारी दिया केंद्र पहले ही दो स्थानों पर नए सिस्टम का परीक्षण कर लिया है और अब इस सिस्टम को हर जगह लागू किया जाएगा. इस सिस्टम में वाहन चलाते समय कैमरा के माध्यम से ऑटोमेटिक नंबर प्लेट आइडेंटिटी सिस्टम का यूज़ किया जाएगा. नंबर प्लेट को कौन अकाउंट से जोड़ा जाएगा जहां से यात्रा की गई है और दूरी के आधार पर टोल काटा जाएगा.
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