कहा जाता है कि जब हौसले बुलंद हो तो हर मुश्किल आसान हो जाती है। कई ऐसे लोग होते हैं जो की अविश्वसनीय कम कर दिखाते हैं इसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते। भारत के हर राज्य में कोई ना कोई ऐसी कहानी देखने को मिलती है जो हमारा हौसला बढ़ाती है। गांव की लड़की अपने मेहनत के बलबूते पर कामयाबी के सीढ़ियों पर चढ़ते हैं।
कुछ ऐसे युवा भी होते हैं जो गरीबों को कभी अपने रास्ते की बाधा नहीं बढ़ने देते हैं और अपने मेहनत के बलबूते पर आगे बढ़ते जाते हैं। आज हम आपको बिहार के एक किसान के बेटे की कहानी बताने वाले हैं जिसने अपने बलबूते पर कामयाबी की नई इबारत लिखी।जी हां हम बात कर रहे हैं बिहार के भोजपुर जिले के एक किसान के बेटे की जिसने 13 साल की उम्र में आईआईटी कानपुर में एडमिशन ले लिया।
Motivational Story : 13 साल की उम्र में मिला आईआईटी में एडमिशन
साल 2013 में बिहार के भोजपुर जिले के सत्यम कुमार को आईआईटी के दूसरे अटेम्प्ट में ही इस कठिन परीक्षा को पास कर लिया। 2012 में सत्यम ने 8137 रैंक के साथ इस परीक्षा को पास किया था। लेकिन उन्होंने दोबारा परीक्षा देकर अच्छे रैंक से इसे पास करने की ठानी।2013 में उन्होंने परीक्षा दिया और 679 रैंक के साथ इस परीक्षा को पास कर दिखाया
अब सत्यम को एप्पल में मिली जॉब
सत्यम कुमार बचपन से ही काफी होना हर थे और मिडिल क्लास फैमिली से होने के बावजूद भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी। 2013 में उन्होंने आईआईटी के दूसरे अटेम्प्ट में इस परीक्षा को पास कर लिया। 2018 में सत्यम ने इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में बीटेक और मैच किया उसके बाद US यूनिवर्सिटी आफ टैक्सास से पीएचडी की।
इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई 24 साल की उम्र में पूरी की और अब उन्हें एप्पल में नौकरी मिल गई है। 2013 में जब सबसे कम उम्र में उन्होंने आईआईटी की परीक्षा पास किताब उन्होंने कहा था कि वह गांव में जाकर बच्चों के शिक्षा पर काम करेंगे और बच्चों के शिक्षा को इंप्रूव करेंगे।
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