दो बार हुई असफल, फिर भी हिम्मत नहीं हारी और तीसरे प्रयास में UPSC मे ऑल इंडिया रैंक 16 हासिल किया

कई ऐसे छात्र होते हैं जो कि सिविल सर्विस की तैयारी के दौरान एक बार असफल हो जाने पर उनका हौसला टूट जाता है। लेकिन कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं जो बार-बार असफल होने के बावजूद भी हार नहीं मानते और वह सिविल सर्विसेज परीक्षा के लिए निरंतर प्रयास करते रहते हैं। आखिरकार ऐसे लोगों को सफलता भी मिलती है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाली गुंजन का नाम भी आता है। आपको बता दें कि गुंजन ने दो बार असफल होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी वह निरंतर प्रयास करती रही। आखिरकार तीसरे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 16 हासिल करके टॉपर बनी।

JEE का एंट्रेंस देख कर लिया आईआईटी में दाखिला

जेईई की परीक्षा देकर उन्होंने आईआईटी में दाखिला लिया गुंजन कानपुर के रहने वाले गुंजन का दाखिला आईआईटी रुड़की में हुआ। यहां से ग्रेजुएशन करने के बाद इंटर्नशिप के दौरान वह एक गांव में बच्चों को पढ़ाने के लिए गई। इस गांव में उन्होंने देखा कि यहां के बच्चे शिक्षा से काफी वंचित है ऐसे में उन्होंने सोचा की किस माध्यम से वह बच्चों की मदद कर सकती है। यही सोच उनके जीवन को पूरी तरह से बदल दिया इसके बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी।

बार-बार मिलती और सफलताओं से नहीं हुई निराश

गुंजन के कहानी ऐसी है कि वह पहले प्रयास में असफल हुई ।आपको बता दें कि पहले प्रयास में गुंजन का प्री सिलेक्शन नहीं हुआ उसके बाद दूसरी बार में भी वह सफल नहीं हो सकी लेकिन वह तीसरी बार निरंतर प्रयास करती रही और कुछ अलग रणनीति के साथ परीक्षा की तैयारी की। तीसरे प्रयास में गुंजन ने ना केवल सफल हुए बल्कि 16वी रैंक के साथ टॉप भी किया। इस प्रकार उन्होंने अपनी मर्जी के मुताबिक आईएस का पद मिला। गुंजन ने बताया कि 2 बार मिली असफलता के बाद उनको उनकी मां ने संभाला। गुंजन का मानना है कि परीक्षा की तैयारी के दौरान आपको अपने भीतर से ही मोटिवेशन लेना होगा। उन्होंने कहा कि आप सोच लो जो भी हो जाए अपने कदम पीछे नहीं रखने हैं।

रणनीति बनाने के साथ मार्गदर्शन भी लें

गुंजन का मानना है कि परीक्षा की तैयारी के लिए एक सही रणनीति होनी चाहिए और अपने अनुसार प्लान बनाएं। यूपीएससी में कुछ भी पूछा जाता है आप छोटी-छोटी चीजें प्लान करेंगे तो आपको कुछ भी असंभव नहीं लगेगा म। कानपुर की रहने वाली गुंजन कहती है कि सफर में कभी कई बार ऐसा होता है कि सफ़र में मंजिल कभी कभी देर से मिलती है। लेकिन परेशान ना हो अगर आप निरंतर प्रयास करते रहे तो आपको 1 दिन सफलता जरुर मिलेगी।

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