8 महीने की गर्भवती डॉ ज्योति 48 घंटे बिना सोये चमोली आपदा में फंसे लोगों की बचाई जान

करीब 5 दिन पहले उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद वहां का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इस आपदा से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। वहीं करीब 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है और मलबे को हटाया जा रहा है। आपदा में प्लांट बांध और फूलों को नुकसान पहुंचा है वहीं सैकड़ों लोग भी बह गए। इस आपदा के बीच हरियाणा के हिसार की एक बेटी लोगों के लिए मसीहा बनकर सामने आई है।

ITBP में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात डॉ ज्योति 8 महीने की गर्भवती है इसके बावजूद वह लोगों की मदद कर रही हैं। ज्योति डॉक्टर के रूप में रूप में अस्पताल के अंदर लोगों की भी देखभाल कर रही है। वहीं 48 घंटे तक बिना सोए पहले टनल से निकाले गए 12 मजदूरों को बचाने में जुटी रही।

आपको बता दें कि डॉ ज्योति हरियाणा के हिसार के सेक्टर 16-17 की रहने वाली है। उनके पिता दिनेश कुमार हिसार में दक्षिण हरियाणा विद्युत वितरण निगम में जेई है। गर्भवती होने के बावजूद उन्होंने अपने फर्ज से पीछे नहीं हटी। लोगों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी लेकिन ज्योति को लोगों की जान बचाने के जूनून थकने नहीं दिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डॉ ज्योति अपने डिलीवरी घर जाकर कराना चाहती थी। लेकिन उत्तराखंड के चमोली में आए इस आपदा के कारण वह फिलहाल ड्यूटी पर कार्यरत है। ज्योति के लिए सबसे सबसे पहले फर्ज अपनी ड्यूटी को निभाना है। आपको बता दें कि उनके पति एक एक इंजीनियर है और आईटीबीपी में कार्यरत हैं।

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