जब ट्विंकल खन्ना ने खुलेआम सबके सामने कहा- मर्द खाने में मीठे की तरह हैं…

बॉलीवुड के सुपरस्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और वर्सेटाइल एक्ट्रेस डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadiya) की बेटी ट्विंकल खन्ना अपनी किताबों और अपनी स्टेटमेंट को लेकर खासा सुर्खियों में रहती हैं। यह बात सभी जानते हैं कि राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया (Rajesh Khanna And Dimple Kapadiya Story) के बीच संबंध कभी भी अच्छी नहीं थे। यही कारण था कि डिंपल शादी के कुछ सालों बाद ही राजेश खन्ना से अलग होकर रहने लगी थी। ट्विंकल खन्ना (Twinkle Khanna) और रिंकी खन्ना (Rinky Khanna) मां डिंपल कपाड़िया के साथ ही रहती थी। डिंपल कपाड़िया ने बतौर सिंगल मदर ही दोनों की परवरिश की।

मां की जिंदगी की ये तपीश से भरी तस्वीर ट्विंकल खन्ना की बातों और उनके स्टेटमेंट में कई बार झलकती है। ट्विंकल के लिए जिंदगी में पुरषों का साथ मायने नहीं रखता। दरअसल इस बात का जिक्र उन्होंने अपनी तीसरी किताब की लॉन्चिंग के दौरान किया था।

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ट्विंकल खन्ना का पुरूषों पर बड़ा बयान

ट्विंकल खन्ना ने अपनी तीसरी किताब की लॉन्चिंग के दौरान पुरुषों को लेकर कई मुद्दों पर बात की। इस दौरान ट्विंकल खन्ना ने बताया कि- उनके लिए उनकी जिंदगी में पुरषों का होना क्या मायने रखता है।

दरअसल ट्विंकल खन्ना ने जब बॉलीवुड में डेब्यू किया, तो पहली फिल्म से ही लोगों के जहन में छा गई। उनकी पहली फिल्म के दौरान ही उन्हें बेस्ट डेब्यु फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा गया। हालांकि ट्विंकल ने बॉलीवुड की दुनिया को बहुत जल्द ही अलविदा कह दिया और अपने दूसरे टैलेंट पर काम करना शुरू कर दिया।

पहली ही फिल्म के लिए मिला अवॉर्ड

बॉलीवुड अभिनेत्री होने के साथ-साथ ट्विंकल खन्ना एक फेमस लेखिका भी हैं। यह बात सभी जानते हैं कि अक्षय कुमार से शादी के बाद ट्विंकल खन्ना ने घर परिवार और बच्चों की परवरिश पर खासा ध्यान दिया, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने बतौर लेखिका अपने नई शुरुआत भी की।

ट्विंकल खन्ना ने अपनी तीसरी किताब पजामा आर फॉरगिविंग की लांचिंग पर अपने मन में पुरुषों के लिए क्या अहमियत है, इसे लेकर बड़ा स्टेटमेंट दिया था। उन्होंने इस दौरान मां के जीवन सफर का जिक्र किया। ट्विंकल ने कहा- मेरी मां सुबह पांच बजे उठकर एक्सरसाइज करती थी। इसके बाद वह अपने काम यानी शूट के लिए निकल जाती थीं। एक दिन में वह तीन शूट करती थीं, लेकिन इसके बाद भी जब वह रात 9 बजे घर आती थीं तो मुस्कराती रहती थीं।

ट्विंकल ने बताया- मां के चेहरे पर कभी थकान या कोई शिकन नहीं दिखती थी। मां ने घर-परिवार और हम दो बहनों को बखूबी संभाला है। मुझे मां को देखकर ही लगता था कि- पुरुष खाने में एक डेर्जट की तरह होते हैं, बहुत जरूरी नहीं होते। जिस तरह खाने के बाद डेर्जट नहीं मिले तो भी चल जाता है।

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