17 फरवरी से होने वाली मैट्रिक परीक्षा मे जूता-मौज़ा पहन कर जाने पर होगी रोक, देखें पूरी गाइडलाइंस

बिहार में अगले महीने 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा शुरू हो जाएगी. इस दौरान परीक्षा केंद्रों पर कोरोना संक्रमण का चक्र दिखेगा. परीक्षा को लेकर बिहार सरकार ने कुछ नियम जारी किए हैं. जिसमें परीक्षार्थियों को जूता मोजा पहन कर आने पर रोक रहेगी. विद्यार्थी जूता मोजा पहन कर परीक्षा देने के लिए आते हैं तो उन्हें परीक्षा भवन में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. परीक्षा हॉल में एक डेस्क पर 2 परीक्षार्थी की बैठने की व्यवस्था की जाएगी. दोनों किनारे पर परीक्षार्थी बैठकर परीक्षा देंगे वही देश के बीच भी नियत दूरी का पालन कराया जाएगा. 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक की प्रतिनियुक्ति की जाएगी इन सब की व्यवस्था BEO को दिया गया है.

परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा. देर से आने पर परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा सभी शिक्षकों को परीक्षा से 1 दिन पहले केंद्रों पर योगदान का निर्देश दिया गया है. कोरोना संक्रमण से बचाव की व्यवस्था के बीच परीक्षा ली जाएगी. जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉक्टर ओम प्रकाश ने बताया कोविड-19 के तहत सरकार द्वारा जारी तमाम गाइडलाइन का पालन किया जाएगा. परीक्षा की तैयारियां जारी है उन्होंने कहा कि कदाचार मुक्त के बीच परीक्षा ली जाएगी.

आपको बता दें कि इस बार मैट्रिक की परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक होगी. परीक्षा में 4338 छात्र तथा 4656 छात्रा समेत कुल 8,994 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे. जिले में इस बार 9 केंद्रों पर मैट्रिक की परीक्षा होगी. इसके तहत उच्च विद्यालय कुशहर में 545, केएनएस पब्लिक स्कूल कुशहर में 665, नवाब हाई स्कूल शिवहर में 725, बालिका विद्यालय शिवहर स्थित केंद्र पर 325, दिल्ली पब्लिक स्कूल फतेहपुर 410, प्रोजेक्ट बालिका विद्यालय पिपराही में 456, विद्यालय जबलपुर स्थित परीक्षा केंद्र 353, छातापुर तरियानी हाई स्कूल में 519, कलावती जियालाल अंबा हाई स्कूल में 540 परीक्षार्थी परीक्षा में भाग लेंगे.

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