बिहार के किसान की बहू ने कर दिखाया कमाल, शादी के 17 साल बाद बनी DSP

अक्सर देखा गया है कि महिलाएं शादी के बाद घर के कामों में ही बिजी हो जाती हैं. कई बार देखा गया है कि लड़की शादी के बाद अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ देती हैं इतनी ही नहीं कई बार देखा गया है कि लड़कियां शादी के बाद तो अपनी नौकरी तक को भी छोड़ देती हैं. शादी के बाद लड़कियों के कई सपने होते हैं जो पूरे ही नहीं हो पाते. लेकिन बिहार की एक महिला ने कुछ ऐसा करके दिखाया है जिसे देखकर हर महिला को उस पर गर्व होगा और प्रेरणा मिलेगी कि हम भी ऐसा कर सकते हैं.

18 वर्ष की उम्र में हुई थी शादी

गोपालगंज के रहने वाली दुर्गा शक्ति की साल 2002 में आनंद अशोक के साथ शादी हुई थी. आनंद अशोक बिहार के सीतामढ़ी जिला के बथनाहा इलाके के गांव बिशनपुर के रहने वाले हैं. जब दुर्गा शक्ति की शादी हुई थी तो वह महज 18 साल की थी. दुर्गा का बचपन से ख्वाब था कि वह पुलिस सेवा में जाए और अधिकारी बनकर समाज की सेवा करें. मगर 18 साल की उम्र में शादी हो जाने के बाद दुर्गा को लगा कि अब उसे सपने अपने को भूल जाना पड़ेगा. लेकिन शादी के 17 साल बाद DSP बनकर दुर्गा शक्ति ने उन युवतियों के लिए मिसाल पेश की है जो शादी के बाद अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में प्रयास करना छोड़ देती है.

पति ने किया पूरा सपोर्ट

शादी के कुछ दिनों बाद दुर्गा ने बातों ही बातों में अपने पुलिस अधिकारी के सपने के बारे में पति आनंद को बताया तो उनके पति ने तय किया कि दुर्गा आगे की पढ़ाई पूरी पूरी करेगी और प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग भी लेगी. इसी बीच इन दोनों दंपत्ति को एक बेटा हुआ. कुछ समय के लिए दुर्गा का पढ़ाई से ध्यान हटा मगर पति आनंद के सहयोग से दुर्गा फिर से अपनी पढ़ाई में लग गई.

DSP बनने में हुई सफल

बिहार लोक सेवा आयोग की 62वीं संयुक्त प्रवेश परीक्षा में दुर्गा ने हिस्सा लिया और सबसे खुशी की बात यह हुई की पहली बारी में प्रयास करने पर ही वह परीक्षा में पास हो गईं। दुर्गा शादी के 17 साल बाद बिहार पुलिस में डीएसपी अफसर बन गईं। इतना ही नहीं दुर्गा की हौसला अफजाई बढ़ाने में सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने सम्मानित भी किया।

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ससुर करते हैं खेती

दुर्गा शक्ति के ससुर सत्यनारायण शाह खेती करते हैं उनके ससुर खेती के बदौलत ही तीन-तीन बेटों को पढ़ाकर काबिल बनाया. अपनी बहू की इस सफलता पर ससुर सतनारायण से फूले नहीं समा रहे हैं. उनका कहना है कि बेटे और बहू ने सफलता प्राप्त कर उनका मान सम्मान बढ़ाया है. दुर्गा शक्ति ने अपनी सफलता के लिए पति पिता सास-ससुर के साथ सभी रिश्तेदारों को भी धन्यवाद दिया.

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