भागलपुर की बेटी नाजिया परवीन ने जीता फ्लोरेंस नाइटेंगिल अवार्ड, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया सम्मानित

Nazia Parveen: बिहार के भागलपुर के सदर अस्पताल में कार्यरत नर्स नाजिया परवीन (Nazia Parveen) को उनके उत्कृष्ट कामों के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) की ओर से सम्मानित किया गया है। इस दौरान उन्हें स्वास्थ्य विभाग में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटेंगिल अवार्ड से नवाजा गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने नाजिया को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाइयां दी है। नर्सिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो के लिए सदर अस्पताल में कार्यरत नर्स नाजिया परवीन की इस उपलब्धि के चर्चे आज पूरे देश में हो रहे हैं। मालूम हो कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में इसके कार्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस विशेष समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें सम्मानित किया है।

President Droupadi Murmu Award To Nazia Parveen

तीसरी नर्स को मिला ये सम्मान

बता दें कि यह तीसरा मौका है जब जिले में कार्यरत ए-ग्रेड नर्स को उनकी सेवा और उनके समर्पण भाव के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। यह प्रतिष्ठित अवार्ड लेने के बाद नाजिया बेहद गौरवान्वित महसूस कर रही हैं। नाजिया का कहना है कि यह उनकी ज़िंदगी के महत्वपूर्ण क्षणों में से एक है। उन्होंने अपने इस सफर में अपने सहयोग और समर्थन के लिए पूरे स्वास्थ्य विभाग के प्रति आभार भी व्यक्त किया है। साथ ही उनकी इस उपलब्धि पर बधाई देने वालों का भी शुक्रिया अदा किया है।

11 सालों से कर रही है नर्सिंग का काम

राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटेंगिल अवार्ड से सम्मानित नाजिया प्रवीन करीबन 11 सालों से नर्सिंग का काम कर रही है। भागलपुर की रहने वाली नाजिया का कहना है कि सदर अस्पताल के डिलीवरी डिपार्टमेंट की स्थापना और निर्धारित मानकों के अनुरूप इसके संचालन में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है। कुशल जन्म, परिचारक परीक्षण में भागीदारी के साथ-साथ कोरोनावायरस के प्रबंधन गर्भावस्था और कोविड महामारी के दौरान प्रशिक्षण, नवजात शिशु की देखभाल सहित कई कार्यक्रमों में उन्होंने सफल भागीदारी निभाई है।

whatsapp channel

google news

 

Nazia Parveen

नर्सिंग के काम को कमतर आंकना है गलत- नाजिया

नाजिया ने नर्सिंग संबंधी जरूरी प्रशिक्षण साल 2010 में पूरा किया था। राजधानी दिल्ली में 5 सालों तक अपनी सेवा देने के बाद साल 2016 में वह सदर अस्पताल में नियुक्त हुई थी। इसके बाद से वह लगातार इसी जिले में अपनी सेवाएं दे रही है। नाजिया का कहना है कि उनके लिए बेहद गौरवान्वित कर देने वाला क्षण है। नर्स का पेशा कमतर आंका जाता है, लेकिन यह गलत है। नरसिंह के क्षेत्र में कई संभावनाएं हैं और कई अच्छे कोर्स भी है, जिसे बेहतर मुकाम को हासिल किया जा सकता है।

Share on