दुनिया भर में कई ऐसे बच्चे जन्म लेते हैं जो बचपन से ही शारीरिक या मानसिक रूप से असामान्य होते हैं. इनमें से कई बच्चे खुश नसीब होते हैं जिनके माता-पिता बच्चे की परवरिश करती हैं और कुछ ऐसे भी होते हैं जो ऐसी हालत में उन्हें छोड़ देते हैं. हम आज ऐसे ही एक कनाडा के रहने वाले Jono Lancaster के बारे में बता रहे हैं Jono Lancaster बचपन से ही दुर्लभ जेनेटिक डिसऑर्डर है. जिसके चलते उनका चेहरा दूसरों से अलग है. जिसके चलते उन्हें बचपन में ही अपने माता-पिता की बेरुखी का सामना करना पड़ा.
पैदा होते ही माता-पिता ने छोड़ा
Jono Lancaster के पैदा होते ही उनके माता पिता ने 36 घंटे बाद ही उन्हें अपनाने से इंकार कर दिया और एडॉप्शन के लिए दे दिया था. Jono को बचपन से ही दूसरे बच्चों से अलग देखा गया कि किसी ने सोचा नहीं होगा कि जिस बच्चे को बचपन में अपने माता-पिता ने अपनाने से इंकार कर दिया वर्तमान में 26 वर्षीय Jono Lancaster दूसरों के लिए मिसाल पेश कर रहे हैं
Jono Lancaster के गालों में नहीं है हड्डियां
आपको बता दें कि जोनों के गालों में हड्डियां नहीं है Jono Lancaster को अपने इस चेहरे को लेकर लोगों को मजाक का भी सामना करना पड़ता था. उन्होंने जिंदगी का लंबा समय तनाव में बिताया. Jono जब पैदा हुए तो वह Treacher Collins Syndrome नाम की दुर्लभ जेनेटिक डिसऑर्डर का सामना कर रहे थे. अपनी इस बीमारी को ठीक कराने के लिए उन्होंने कई सर्जरी का सामना भी किया लेकिन चेहरे पर कोई बदलाव नहीं आया हालांकि उन्होंने कभी भी परिस्थितियों के आगे घुटने नहीं टेके.
नौकरी मिलने के बाद बढ़ा आत्मविश्वास
जब Jono को रिफ्लेक्स बार में नौकरी मिली तो उनका आत्मविश्वास बढ़ा और उन्होंने अपने शरीर पर काम करना शुरू किया और खुद को फिटनेस के क्षेत्र में ले आए. हालांकि शुरू शुरू में इन्हें किसी से बात करने में घबराहट होती थी. यह काफी शर्मीले थे. लेकिन जब उन्होंने लोगों से अपनी जर्नी के बारे में बताना शुरू किया तो Jono को हिम्मत मिली. आपको बता दें कि Jono फिलहाल कई देशों में जाकर वहां के स्कूलों में जेनेटिक डिसऑर्डर से ग्रस्त लोगों की हिम्मत बढ़ा रहे हैं
फाउंडेशन से बच्चों की मदद कर रहे जोनो
आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि पैदा होने के 36 घंटे बाद ही जोनों के माता-पिता ने उन्हें अपनाने से इंकार कर दिया और एडॉप्शन के लिए दे दिया था. उसके बाद Jono Lancaster खुद को भी स्वीकार करने में करीब 22 साल का समय लगा. उन्हें अपने चेहरे से पहले बहुत नफरत थी इसके बाद आर्थिक और शारीरिक क्षेत्र में मजबूत होने के बाद जो उन्होंने कई टीवी शो में काम किया. अब वह अपना खुद का फाउंडेशन चला रहे हैं. Jono के मुताबिक योगा और मेडिटेशन से उन्हें कई फायदे मिले हैं आपको बता दें कि Jono जो फाउंडेशन चला रहे हैं यह संस्था जेनेटिक डिसऑर्डर से ग्रसित बच्चों के लिए फंड इकट्ठा करती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक हर 25 में से 1 बच्चों को जेनेटिक डिसऑर्डर के समस्या होती है.
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