आज महिलाएं कई क्षेत्रों में अपना परचम लहरा रही है. चाहे वह शिक्षा की बात हो या फिर सेना की महिलाएं आजकल बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है और खुद को साबित भी कर रही है. यही नहीं महिलाएं बिजनेस क्षेत्र में भी अपनी कुशलता को दिखाकर यह सिद्ध कर दिया है कि अगर मन में लगन और कुछ करने की चाहत हो तो अवश्य विजई हो सकते हैं. आज हम ऐसे महिला की बात करेंगे जो उम्र के लिहाज से काफी बुजुर्ग है लेकिन अपने द्वारा किए गए कार्यों से कई लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं.
62 वर्षीय नवलबेन
नवलबेन गुजरात की नगाना गांव के रहने वाले हैं उनकी उम्र 62 साल है. उन्होंने पशुपालन और दूध उत्पादन से अपने क्षेत्र में रिकॉर्ड बनाया है.
प्रतिदिन 1000 लीटर दूध का होता है उत्पादन
नवलबेन की उम्र 62 साल है हालांकि वह पढ़ी-लिखी नहीं है. इन्होंने पशुपालन और दुग्ध उत्पादन का व्यापार बहुत ही कम लागत से शुरू किया था. आज इनके पास लगभग 45 गाय और 80 भैंस है. वह प्रतिदिन 1000 लीटर दूध का उत्पादन कर रही है और लाखों रुपए कमा कर अपनी काबिलियत का परिचय दे रही है.
लगभग एक करोड़ से भी अधिक की हुई आमदनी
वह अपने गांव के लोगों को अपने डेयरी फार्म में काम देकर उन्हें रोजगार से जोड़ रही हैं. उन्होंने वर्ष 2019 में 88 लाख के करीब सालाना टर्नओवर किया और साल 2020 में एक करोड़ 20 हजार तक का वही दूध उत्पादन से हर महीने वह ₹350000 का लाभ प्राप्त करते हैं.
मिल चुके हैं कई पुरस्कार
नवलबेन तो खुद अनपढ़ है लेकिन उनके बच्चे शहरों में पढ़ाई कर नौकरी कर रहे हैं. नवल बेन को अपनी मेहनत और काबिलियत के लिए उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने दो लक्ष्मी और तीन पादरी अवार्ड से सम्मानित किया है.
वह पशुपालन और दूध उत्पादन से क्षेत्र में एक नई पहचान बनाई है. वह उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो पशुपालन को घाटे का सौदा मानते मानते हैं. इसके साथ ही वह अपने डेयरी में क्षेत्र के लोगों को रोजगार से भी जोड़ रहे हैं.
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