Red Line On Medicine: जब भी कोई बीमारी होती है तो सबसे पहले दवा की जरूरत पड़ती है. दवा किसी भी बीमारी में काफी फायदेमंद होती है. हालांकि बुखार जुकाम और दस्त जैसी समस्याएं होने पर लोग खुद ही दवाई लेते हैं. वैसे तो यह दवाई काम करता है लेकिन कई बार खुद से दवाई लेना घातक साबित हो सकता है. आपने कुछ दवाइयां पर रेड लाइन बना हुआ देखा होगा. क्या आप जानते हैं इस रेड लाइन का क्या मतलब होता है. तो आईए जानते हैं दवाइयां पर लाल रंग की स्ट्रिप क्यों बनी होती है.
क्या है लाल रंग के स्ट्रिप का मतलब(Red Line On Medicine)
अभी कुछ समय पहले मिनिस्ट्री आफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर ने इसके बारे में लोगों को जागरूक किया है. Ministry of Health and Family welfare के द्वारा लोगों को इसके बारे में जागरूक किया गया है और कहा है कि इसका मतलब होता है कि डॉक्टर के बिना सलाह के दवाई ना ले. रेड लाइन वाले अगर कोई दवाई आप ले तो उसका कोर्स पूरा करें इस बीच में ना छोड़े.
इस पोस्ट में लिखा गया था की एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस से बचना चाहिए. एंटीबायोटिक पर लाल मार्क होता है जिसका मतलब होता है कि बिना डॉक्टर के सलाह के कोई भी एंटीबायोटिक नहीं लेना चाहिए. कई बार ऐसा होता है कि अपनी मर्जी से हम एंटीबायोटिक लेते हैं और इस वजह से धीरे-धीरे बैक्टीरिया इन एंटीबायोटिक के प्रति इम्यूनिटी बनने लगते हैं और दवाइयां बेअसर होने लगती है.
जानिए क्या होता है रेड लाइन कैंपेन का मतलब
लोगों के इस आदत को रोकने के लिए Ministry of Health and Family Welfare ने एक कैंपेन लॉन्च किया है और इसका नाम है Red Line campaign. इस कैंपेन की मदद से खुद दवाई न लेने के लिए जागरुकता फैलाई जा रही है. कहां गया है कि अगर किसी दवाई पर रेड लाइन बनी हो तो बिना डॉक्टर की सलाह के इस दवाई का सेवन नहीं करना चाहिए वरना आपकी जान जा सकती है.
मीडिया के क्षेत्र में 2 साल का अनुभव है। Jharkhad Kbhri न्यूज वेबसाइट से अपने करियर की शुरुआत की। कई अलग-अलग न्यूज वेबसाइट पर कंटेंट राइटर का काम किया। फिलहाल बिहार वॉइस के साथ ऑटो, स्पोर्ट्स, मनोरंजन की खबरों लिख रही हूं। मेरा उद्देश्य इस वेबसाइट के माध्यम से लोगों तक सही और सटीक खबरें पहुंचना है।