कौन हैं लाफिंग बुद्धा? क्या है उनके हँसी और बड़े पेट का राज़? जानिये सबकुछ

भारत के घरों में अक्सर ऐसा देखा जाता है कि सुख और शांति के लिए लाफिंग बुद्धा की छोटी या बड़ी मूर्तियां रखी जाती है। इसके साथ ही लोग लाफिंग बुद्धा की तस्वीरें भी रखते हैं। ऐसा माना जाता है कि सुख समृद्धि और वैभव का प्रतीक होते हैं लाफिंग बुद्धा। इसके साथ ही गुड लक लाने के लिए भी उनकी मूर्तियों को घर में रखा जाता है। लेकिन क्या आपके जहन में यह सवाल नहीं उठता, लाफिंग बुद्धा कौन थे? कहां के रहने वाले थे? और क्यों उन्हें इतना खास माना जाता है? तो चलिए,आज हम आपको बताने जा रहे हैं लाफिंग बुद्धा की हंसी किस तरीके से आपके घर की सुख समृद्धि को बढ़ा सकती है।

क्या है लाफिंग बुद्धा की हंसी का राज़ ?

Laughing Buddha

लाफिंग बुद्धा की हंसी की कहानी सुनकर आप सब भी लोट पोट हो जाएंगे। ऐसा माना जाता है कि महात्मा बुद्ध के एक शिष्य थे जिनका नाम था होतई।होतई जापान के रहने वाले थे और कहा जाता है जब होतई को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी तब वह जोर-जोर से हंसने लगे थे। उसी क्षण से उन्होंने लोगों को हंसाना और खुश रखना ही अपने जीवन का एकमात्र उद्देश्य बना लिया था। कहा जाता है कि होतई जहां भी जाते हैं, वहां लोगों को अपना बड़ा पेट दिखा कर हंसाते रहते हैं। इसी वजह से जापान और चीन में लोग उन्हें हंसता हुआ बुद्धा बुलाते हैं। उन्हें अंग्रेजी में लाफिंग बुद्धा भी कहते हैं। चीन में होतई के अनुयायियों ने उनका प्रचार किया। जिसके बाद से वहां के लोग उन्हें भगवान मानने लगे। हालांकि चीन में लाफिंग बुद्धा को पुताई के नाम से जाना जाता है।

चीन में भगवान कुबेर के स्थान पर पूजे जाते हैं लाफिंग बुद्धा

लाफिंग बुद्धा

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भारत में जिस प्रकार भगवान कुबेर की पूजा की जाती है। भगवान कुबेर को धन का देवता माना जाता है। उसी तरीके से चीन में लाफिंग बुद्धा को सब कुछ माना जाता है। चीनी वास्तु शास्त्र यानी फेंगशुई के अनुसार, घर में संपन्नता लाने के लिए लाफिंग बुद्धा को रखा जाता है। ऐसा कहते हैं कि उनकी मूर्ति को घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।

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