ऑनलाइन कोई लगा गया चूना तो जल्दी से डायल करें ये नंबर, वापस आ जाएगा आपका पैसा

online fraud helpline number:आज मोबाइल और इंटरनेट हो जाने से सारी दुनिया मानो मुट्ठी में आ गई है। मोबाइल पर घर बैठे बड़े आराम से वित्तीय काम पूरा कर लेते हैं। चाहे वह काम बिजली बिल भरना हो या फिर मोबाइल रिचार्ज करना, सभी काम चुटकियों में निपट जाता हैं । परंतु इन सब के बीच दूसरे पहलू ऑनलाइन फ्रॉड भी काफी तेजी से बढ़ गया है। आए दिन लोग मोबाइल पर ऑनलाइन फ्रॉड   के शिकार होते रहते हैं। तो आइए आपको इन फ्रॉड से बचने के तरीके और फ्रॉड होने के बाद उठाने वाले उचित कार्यवाही के बारे में  बताते हैं।

सरकार के द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड  को रोकने के लिए कई बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। अगर आपके साथ भी कभी ऑनलाइन फ्रॉड  हो जाए तो सबसे पहले आप 1930 हेल्पलाइन नंबर (online fraud helpline number) पर कॉल करें। कई लोग इस नंबर से अनजान है ।अगर आप सही समय पर इस नंबर पर कॉल करते हैं तो आपके साथ हुए फ्रॉड के पैसे वापस आ सकते हैं।

जानिए कैसे होता है ऑनलाइन फ्रॉड   

अगर आपके पास कोई मैसेज आया है या फिर कोई कॉल करें जो कि लॉटरी जीतने या फिर सस्ते दाम में मोबाइल खरीदने या मोबाइल टावर लगवाने की बात करें तो आप सजग हो जाएं।इसके अलावा अगर आपके पास कोई ओटीपी आ रहा है तो इसे आप भूल कर भी शेयर ना करें। कई बार फ्रॉड करने वाले लोग बैंक का अधिकारी बन कर भी ओटीपी की जानकारी ले लेते हैं और आपका खाता खाली कर देते हैं।

इसके अलावा हाल फिलहाल में बिजली बिल को लेकर भी फ्रॉड किए जा रहे हैं। ऑनलाइन फ्रॉड  करने वाले कॉल कर कहते हैं कि आपका कनेक्शन काट दिया जाएगा नहीं तो आपके पास मोबाइल पर आने वाले ओटीपी नंबर की जानकारी दें। कोई भी ओटीपी नंबर शेयर करने से पहले उस मैसेज को अच्छे से पढ़ ले। हो सके तो ओटीपी ना ही शेयर करें।

कई बार पेमेंट से जुड़ा लिंक भेज दिया जाता है और इस पर आपको क्लिक करने के लिए भी कहा जाता है। जिसके बाद में लास्ट स्टेप मे आपको यूपीआई पिन देना होता है। इन सारे लिंक से भी लिंक पर भी भूलकर भी क्लिक ना करें। ऐसे ऑनलाइन फ्रॉड वाले लूटने के हर रोज नई-नई तरकीब लाते रहते हैं। बचने के सबसे जरूरी है कि आप लोभ मे ना आए और कुछ भी हो OTP या UPI पासवर्ड नहीं यूज करें।

ऑनलाइन फ्रॉड होने पर क्या करें (online fraud helpline number)

इन सब सावधानी के बाद भी अगर आपके साथ ऑनलाइन फ्रॉड हो जाता है तो आपको बिल्कुल ही सब्र से काम लेनी चाहिए और तुरंत सरकार के जारी हेल्पलाइन पर कॉल करनी चाहिए। जब कोई व्यक्ति हेल्पलाइन नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करता है तो उसी वक्त सरकार की यह सेंट्रलाइज सिस्टम बैंक के जरिए आपके अकाउंट की जांच शुरू कर देते हैं।

इसके बाद अकाउंट या फिर यूपीआईडी से की ट्रेकिंग शुरू हो जाती है। आपके अकाउंट से जिस अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हुए होते हैं उस अकाउंट को ट्रैक कर तुरंत ही ब्लॉक कर दिया जाता है। इसका मतलब यह हुआ कि फ्रॉड करने वाला आदमी उस अकाउंट से कोई ट्रांजैक्शन नहीं कर सकता है। ना ही पैसे निकाल सकता है। इसके बाद यह सेंट्रलाइज सिस्टम उसे अकाउंट की जांच करती है जिसमें आपके पैसे ट्रांसफर हुए हैं।

इस सिस्टम को लेकर कई एक्सपर्ट का मानना है कि अगर आप फ्रॉड होने के 2 घंटे तक कॉल कर शिकायत दर्ज करवा देते हैं तो आपके पैसे वापस मिलने की संभावना काफी अधिक रहती है क्योंकि इससे तुरंत ही यह सिस्टम हैकर्स के अकाउंट को फ्रीज कर देता है। अगर आप शिकायत करने में देरी करते हैं तो हो सकता है हैकर उस अकाउंट से पैसे निकाल ले। ऐसी स्थिति में आपको पैसे मिलने की संभावना कम हो सकती है या फिर ज्यादा समय लग सकता है।

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Manish Kumar