सपना चौधरी ने अपने बेटे का नाम ऐसा क्या रखा कि बना चर्चा का विषय? ट्रोल हो रहे हैं सैफ-करीना

वैसे तो सपना चौधरी अक्सर खबरो मे बनी रहती है, हर रोज़ वे किसी ना किसी बात को लेकर चर्चा मे बनी रहती है। लेकिन इन दिनों वे होने बेटे के नाम को लेकर चर्चा मे बनी हुई है। पिछले साल 4 अक्टूबर को वे वह मां बनीं थी। लोगों ने उनके गुपचुप शादी को तरह तरह सवाल उठाए, लेकिन उन उनके पति वीर साहू ने सभी सवालों का जबरदस्त जवाब दिया था। बेटे के एक साल होने पर उन्होंने अपने बेटे का खुलासा किया है। लेकिन सपना के बेटे के नाम के सामने आने  के बाद अब सैफ अली खान और करीना कपूर खान को ट्रोल किया जा रहा है।

पोरस नाम रखा है सपना ने अपने बेटे का

Sapna Choudhary's son's name

बता दे कि सपना चौधरी ने अपने बेटे का नाम पोरस रखा है। उन्होंने हाल ही में एक वीडियो क्लिप शेयर किया, जिसमें उनके बेटे की झलक दिखाई दी और नाम का भी खुलासा किया। ये नाम सामने आने के बाद यूजर्स ने सैफ अली खान और करीना कपूर को ट्रोल करना शुरू कर दिया है।

ऐसा कह रहे लोग

लोग का कहना है कि ‘पोरस महान नाम है, उस माता -पिता के लिए सम्मान और बढ़ गया, जिसने ये नाम रखा’. एक अन्य ने लिखा- ‘क्या नाम रखा है पोरस महान… और एक करीना जिसने बेटे को तैमूर नाम दिया है’। एक अन्य ने लिखा- ‘ये सैफीना के लाल को मजा चखाएगा’. एक अन्य ने लिखा, ‘ये सुन अब करीना तैमूर को युद्ध सिखाएगी’।

गायों के साथ खेलता नजर आया पोरस

सपना ने जो वीडियो साझा किया है उसमें सपना का बेटा जमीन पर गायों के साथ खेलता नजर आ रहा है। बैकग्राउंड में एक वॉयस ओवर सुना जा सकता है, जो उनके पति वीर साहू का है, जिसमें बेहद खूबसूरत शब्दों का चयन किया गया है। उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि – ‘जब-जब कोई विशेष आत्मा इस धरती पर आई है, उसने खलबली मचाई है, मुझे यकीन है तू आम नहीं है, तू आम घर में है, पर तू आम नहीं है, दुनिया की नजरें बुरी हैं इसलिए सरेआम नहीं है, हम तो एक जरिया थे, तू इस माटी का लाल है, तू उस कौम का हिस्सा है, जिसने तैमूर से लेकर सिकंदर तक को थामा है, इसलिए मैं तेरा नाम ‘पोरस’ रखता हूं, तेरे जन्मदिन पर पूरे जहान को बधाई है।’

राजा पोरस का इतिहास है अमर

Sapna Choudhary's son's name

इतिहास मे तैमूर की छवि एक क्रूर शासक के रूप मे दर्ज है। इतिहास के मुताबिक उसने उसने हिंदुओं पर बहुत अत्‍याचार किए थे। वहीं, राजा पोरस, पोरवा के वशंज थे. इतिहासकारों के मुताबिक पोरस का कार्यकाल 340 ईसा पूर्व से 315 ईसा पूर्व के बीच है। 326 ईसा पूर्व में सिकंदर और पोरस के बीच लड़ाई हुई थी। तक्षशिला के राजा ने सिकंदर के आगे घुटने टेक दिए और सिकंदर से पोरस पर आक्रमण करने का निवेदन किया था। वह अपने साम्राज्य का विस्तार करना चाहता था। राजा पोरस ने ऐसी लड़ाई लड़ी कि सिकंदर के दांत खट्टे हो गए। हालांकि वे इस युद्ध में जीत नहीं पाए लेकिन फ‍िर भी सिकंदर की सेना को भी भारी क्षति हुई थी। 50 हजार की सिकंदर की सेना का पोरस के 20 हजार सैनिकों ने मुकाबला किया था।

Manish Kumar