180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से इस रूट पर दौड़ा वंदे भारत ट्रेन, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने Video शेयर कर

Vande Bharat Train: भारतीय रेलवे (Indian Railway) से सफर करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। दरअसल वंदे भारत को लेकर एक नई और बड़ी अपडेट सामने आई है, जिसके मुताबिक इस ट्रेन को लेकर सरकार को एक बड़ी कामयाबी मिली है। वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Train) ने परीक्षण के दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को पार कर लिया है। इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साझा की है। अश्विनी वैष्णव (Ashwani Vaishnaw) इस जानकारी को साझा करते हुए एक वीडियो भी शेयर किया है।

वंदे भारत को लेकर मिली बड़ी कामयाबी

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा- वंदे भारत 2 का स्पीड ट्रायल (Vande Bharat Train Train) चल रहा है, जिसमें ट्रेन को खास कामयाबी मिली है। मालूम हो कि यह ट्रायल कोटा-नागदा सेक्टर के बीच चल रहा है। ट्रेन ने ट्रायल के दौरान 120, 130, 150 और 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के आंकड़े को पार कर दिया है।

शताब्दी को रिप्लेस करेगी वंदे भारत

गौरतलब है कि भारतीय रेलवे वंदे भारत से एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस को रिप्लेस की तैयारी कर कर रहा है। वहीं हाल ही में हुए ट्रेन के ट्रायल में ट्रेन की रफ्तार में तेजी देखने को मिली है। वंदे भारत ट्रेन 180 से करीब 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार दौड़ने में सक्षम है।

रेलवे द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक वंदे भारत ट्रेन को काफी किफायती तरीके से तैयार किया जा रहा है, जिसके लिए इसका काफी हाई लेवल पर ट्रायल भी किया जा रहा है। बीते कुछ दिनों पहले ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर इस ट्रेन के निर्माण से लेकर इसके ट्रायल तक के लिए कई लोगों का धन्यवाद किया था।

180 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी वंदे भारत

बता दे वंदे भारत ट्रेन की स्पीड के ट्रायल के पहले चरण में 110 किलोमीटर का सफल परीक्षण होने के बाद ट्रेन को कोटा-नागदा स्टेशन पर दूसरे चरण के ट्रायल के लिए उतारा गया था। जिसमें ट्रेन ने अधिकतम 180 किलोमीटर की रफ्तार के आंकड़े को पार किया।

2023 में दौड़ेगी 75 वंदे भारत ट्रेन

रेलवे द्वारा वंदे भारत ट्रेन को लेकर दावा किया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के मुताबिक 15 अगस्त 2023 तक 75 वंदे भारत ट्रेनें पटरी पर दौड़ने शुरू हो जाएंगी। आईसीएफ में हर महीने 6 से 7 वंदे भारत ट्रैक की उत्पादन क्षमता के साथ इस पर युद्ध स्तर पर काम चल रहा है।

Kavita Tiwari