सुष्मिता सेन (Sushmita Sen)… बॉलीवुड इंडस्ट्री की एक ऐसी अदाकारा जिन्होंने अपनी कामयाबी की कहानी अपने दम पर लिखी। इतना ही नहीं सुष्मिता सेन ने अपने निजी जिंदगी में कई ऐसे फैसले लिए जिसने कभी उनके फैंस के दिल तोड़े, तो कभी उनके फैंस को उन पर प्राउड करने के मूवमेंट दिए। सुष्मिता सेन ने साल 2000 में अपनी बड़ी बेटी रिनी सेन (Sushmita Sen Elder Daughter) को गोद लिया था। इसके बाद साल 2010 में उन्होंने अपनी दूसरी बेटी अलीशा सेन को गोद लिया।
सुष्मिता सेन ने जब दो बेटियों को गोद ले लिया, तो शादी को लेकर कई बार सवाल उठे। कभी भी सुष्मिता सेन ने अपनी शादी (Sushmita Sen Marriage) के मुद्दे पर कोई साफ बयान नहीं दिया, लेकिन हाल ही में एक इंटरव्यू (Sushmita Sen Interview) के दौरान सुष्मिता सेन ने अपनी शादी के मुद्दे पर खुलकर बात की।
पिता को था बेटी की शादी का डर
सुष्मिता सेन ने इस दौरान अपने इंटरव्यू में एक चौका देने वाला खुलासा भी किया। उन्होंने बताया की जब उन्होंने अपनी बड़ी बेटी रिनी को गोद लिया था, तो कोर्ट में उनके पिता से यह सवाल किया गया था कि- क्या उन्हें डर है कि उनकी बेटी से अब कोई शादी नहीं करेगा? क्या वह सुष्मिता के इस फैसले के साथ है?
21 साल की उम्र में बड़ी बेटी को लिया था गोद
सुष्मिता सेन ने ट्विंकल खन्ना के ट्वीक इंडिया शो में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने बातचीत में अपनी जिंदगी के कई फैसलों को लेकर कई खुलासे किए। सुष्मिता सेन ने बताया कि वो वक्त उन्हें आज भी याद है, जब उन्होंने अपनी बड़ी बेटी को गोद लिया था। इस दौरान कुछ ऐसा हुआ था जो मुझे यह याद दिलाता था कि मैं यह करना चाहती हूं…
इस दौरान जब मैं रिनी की गोद लेने पहंची तो मेरी सामने एक 31 साल की तलाकशुदा महिला थी, जिसे गोद लेने की अनुमति थी। वह विवाहिता नहीं थी, लेकिन तलाकशुदा थी। मैं 21 साल की उम्र में आवेदन कर रही थी। कभी शादी नहीं हुई यह सबसे बड़ी समस्या थी।
कोर्ट उम्र और तजुर्बे को मानता है आधार
सुष्मिता सेन ने बताया कि रिनी मेरे पास पोस्टर केयर से आई थी। उसके आने के 6 महीने बाद कोर्ट में सुनवाई हुई। उन्होंने याद किया तो मैंने अपने बाबा और ड्राइवर से कहा था- बाबा जैसे ही बाहर निकलेंगे रूम से… गाड़ी स्टार्ट करो हम भाग जाएंगे… बच्चे को लेकर… हम रिनी के साथ अपनी कार में भाग जाएंगे… यह कोई मजाक नहीं है। ऐसा नहीं कह सकती… वह अब मुझे लगभग मां बुला रही है।
सुष्मिता सेन ने कहा कि वह रो रही थी… इसके बाद जब मैनें वादा किया कि मैं अपना काम वास्तव में अच्छी तरह से करूंगी और फिर जज ने मेरे पिता से पूछा कि- क्या वह उसके फैसले से सहमत है, क्योंकि इससे उनकी शादी के फैसले पर भी प्रभाव पड़ सकता था।
इस दौरान सुष्मिता के पिता से जज ने कहा कि जबकि कोई भी पिता इसके साथ ठीक नहीं होगा… तो उन्होंने कहा- मैनें कभी भी सुष्मिता को किसी की पत्नी बनने के लिए बड़ा नहीं किया था… इस दौरान उन्होंने कहा सुष्मिता ने मातृत्व को चुना है और एक बात मुझे पता है कि मेरी बेटी को अपने फैसले को फॉलो थ्रू करना है… आखिरकार वो जीत गए और जज ने सुष्मिता को रिनी को घर लाने की परमिशन दे दी।