बीमारी की वजह कंगाल हो गयी थी सुरेखा सीकरी, फिर भी कहा था ‘दान से नहीं बल्कि काम से पैसा चाहिए’

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री ने अपने एक और मंझे कलाकार को खो दिया है। जी हां, हम बात कर रहे एक्ट्रेस सुरेखा सीकरी की जिन्होंने अपने अभिनय के दम पर छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे तक अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। 75 साल की उम्र में कार्डियक अटैक के कारण इस दुनिया को अलविदा कहने वाली सुरेखा पिछले कुछ दिनों से अपने बारे में फैला जा रहे अफवाहों से बेहद परेशान थी।

surekha sikri

दरअसल बीते कुछ समय से ऐसी खबरें आ रही थी सुरेखा सीकरी आर्थिक तंगी से गुजर रही है। जिसके बाद खुद एक्ट्रेस ने इन अफवाहों के बारे में बात करते हुए कहा था कि ये बेशक इस समय बेरोजगारी से जूझ रही है मगर उन्हें पैसे भीख में नही चाहिए। उन्होंने कहा था कि उस दौरान उन्हें उनके बहुत से दोस्तों की ओर से सहायता के आफर आये थे मगर उन्हें ये अहसान नही चाहिए। बल्कि वह अपना खर्चा आत्मसम्मान के साथ कमा कर चलाना चाहती थी।

surekha sikri

फ़िल्म तमस, मम्मो और बधाई हो में जबरदस्त अभिनय कर सुर्खियां बटोरने वाली सुरेखा सीकरी ने अपने अदाकारी के लिए कई अवार्ड भी जीते थे। यही नही उन्होंने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी अपने नाम किया था। अपने इंटरव्यू में सुरेखा ने आगे बताया था कि वह लोगों के बीच ये गलत प्रभाव नही छोड़ना चाहती कि वह पैसों के लिए भीख मांग रही है। नाही वह ये चाहती थी कि लोग ये समझें कि उन्हें कोई दान चाहिए। उन्होंने आगे बताया था कि वह खुद को बेहद खुशनसीब मानती हैं कि उनके दोस्त उनकी मदद के लिए तैयार हुए मगर उन्हें अपने दोस्तों से कुछ नही चाहिए। सुरेखा का कहना था कि उन्हें कोई ऐसा काम चाहिए जिससे वह सम्मान पूर्वक अपना घर चला सके।

65 साल से ऊपर होने ही वजह शूटिंग की इजाजत नहीं थी

surekha sikri

आपको बता दें कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए जब लॉकडाउन लगाया था तब नए दिशा निर्देशों के मुताबिक 65 साल से ऊपर के कलाकारों को शूटिंग करने की इजाजत नहीं दी गई थी। जिसके बाद सुरेखा को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था, फिर जब उन्होंने इस पर आवाज उठाई तो उन्हें कुछ विज्ञापन फिल्मों के ऑफर आए थे।

इस वजह से हुई थी आथिक तंगी

surekha sikri

वैसे बेहद कम लोग ये जानते होंगे कि साल 2018 में सुरेखा को ब्रेन स्ट्रोक हो गया था जिसके कारण वह लकवे का शिकार हो गई थी। लेकिन बाद में वह धीरे धीरे इस बीमारी से उभर गई थीं। लेकिन उस दौरान उनके महीने का खर्चा काफी बढ़ गया था। जिस कारण उन्हें आथिक तंगी का सामना करना पड़ रहा था।

Manish Kumar

Leave a Comment