प्रधानमंत्री मोदी भारत को देंगे पहले इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज की सौगात, सोना चांदी के कारोबारी जरूर पढ़ें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शुक्रवार यानी 29 जुलाई को गुजरात को एक बड़ा तोहफा देने वाले हैं। गौरतलब है कि गुजरात के गिफ्ट सिटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के पहले इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (International Bullion Exchange) की शुरुआत करेंगे। इस दौरान इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विस सेंटर अथॉरिटी (International Financial Service Center Authority) के मुख्यालय भवन की आधारशिला भी रखी जाएगी, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi will launch first International Bullion Exchange) रखेंगे। इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज के द्वारा भारत में सोने के कारोबार को और व्यवस्थित रूप देने के लिए इसकी शुरुआत की जा रही है, जिसमें सोने के वित्तीयकरण को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके साथ ही यह है सोने की जवाबदेह सोर्सिंग एवं क्वालिटी के भरोसे के साथ कुशल प्राइस डिस्कवरी की सुविधा भी प्रदान करेगा।

यहां स्थापित होगा भारत का पहला इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज

गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी यानी गिफ्ट सिटी ने इसकी स्थापना की जायेगी। गुजरात में स्थापित किए जाने वाला यह इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज भारत का पहला इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज होगा, जहां पर कई फाइनेंशियल और टेक्नोलॉजी से जुड़े बिजनेस सेंटर भी बनाए जाएंगे। गौरतलब है कि मोदी सरकार गिफ्ट सिटी को लंदन, दुबई, हांगकांग, न्यूयॉर्क और सिंगापुर जैसे इंटरनेशनल फाइनेंशियल की तरह खड़ा करने का प्लान बना रही है।

क्या होता है बुलियन

उच्च शुद्धता और भौतिक सोना चांदी को बुलियन के तौर पर संदर्भित किया जाता है। इन्हें हमेशा सोने के सिक्कों, बिस्किट और सोने की सिल्लियों के रूप में रखा जाता है। बता दें इसे अक्सर केंद्रीय बैंकों के द्वारा स्टोर किया जाता है। सरकार ने अगस्त 2022 में बुलियन स्पॉट डिलीवरी और बुलियन डिपॉजिटरी रसीद के बारे में एक अधिसूचना जारी की थी, जिसके बाद साल 2020-21 के केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जानकारी साझा करते हुए बताया था कि इंटरनेशनल फाइनेंस सर्विस सेंटर अथॉरिटी में इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज की स्थापना जल्द ही भारत में की जाएगी।

बता दे इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज भारत में बुलियन इंपोर्ट करने का एक गेटवे होगा। इतना ही नहीं इसके बाद देश में जो भी सोना आएगा वह इसी एक्सचेंज के जरिए आयात किया जाएगा। इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज के माध्यम से सोना आयात करने की परमिशन क्वालिफाइड ज्वेलर्स को ही दी जायेगी। साथ ही क्वालिफाइड ज्वेलर्स बनने के लिए यह जरूरी है कि आपकी मिनिमम नेटवर्थ 25 करोड रुपए और 90% का एनुअल टर्नओवर बीते 3 सालों की कमाई का हिस्सा होना चाहिए।

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इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज में कितने ज्वेलर्स का हुआ रजिस्ट्रेशन

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज यानी IIBX में 56 ज्वेलर्स का रजिस्ट्रेशन किया गया है। इसमें मालाबार गोल्ड प्राइवेट लिमिटेड, बेंगलुरू रिफायनरी प्राइवेट लिमिटेड, आरबी ज्वेलर्स प्राइवेट लिमिटेड, टाइटन कंपनी लिमिटेड, संघी ज्वेलर्स प्राइवेट लिमिटेड और जावेरी एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों के नाम शामिल है।

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