भारत की साड़ियों को विदेशों में बेच पल्लवी ने बना ली 50 करोड़ को कंपनी, आज 1500 बुनकर करते हैं साथ काम

किसी भी काम को अगर मेहनत और लगन के साथ किया जाए तो वह काम जरूर सफल होता है। आजकल के माहौल में शिक्षित युवा भी नौकरी करने की जगह पर बिजनेस करना पसंद कर रहे हैं। इसलिए आज हम आपको एक ऐसी लड़की की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने IIM की डिग्री लेने के बाद भी एक बढ़िया नौकरी छोड़ दी और शुरू किया अपना बिजनेस। उन्होंने साड़ी का बिजनेस किया और उसकी शुरुआत की मात्र ₹300000 से। अगले 3 सालों में ही उनकी स्टार्ट अप ने करोड़ों का टर्नओवर दे दिया।

कौन है पल्लवी मोहादिकर पटवारी?

PALLAVI WITH HER HUSBAND

पल्लवी मोहादीकर पटवारी पुणे के मशहूर साड़ी शॉप “कारागिरी” की मालकिन है। कारागिरी आज पूरे दुनिया में अपनी अच्छी क्वालिटी के लिए प्रसिद्ध है। आपको बता दें कि पल्लवी ने अपनी पढ़ाई आईआईएम लखनऊ से पूरी की है। बिजनेस करने से पहले वह चिकनकारी की साड़ियां EBAY के जरिए बेचती थी जिससे उनकी थोड़ी बहुत कमाई होती थी। लेकिन कुछ सालों बाद ही उन्होंने बिजनेस करने का विचार किया और अपने पति अमोल पटवारी के साथ मिलकर स्टार्टअप की शुरुआत की। इसमें उन्होंने ₹300000 का ही इन्वेस्टमेंट किया था,लेकिन आज कारागिरी एक सुपर ब्रांड बन चुका है।

5 बुनकर से 1500 बुनकरों तक का सफर

PALLAVI IN KARAGIRI

जब पल्लवी ने इस बिजनेस की शुरुआत की थी तो इसमें उनके साथ केवल 5 बुनकर काम किया करते थे। लेकिन जैसे-जैसे साड़ियों की डिमांड बढ़ी वैसे-वैसे बुनकरों की संख्या भी बढ़ती गई और आज करीबन 1500 बुनकर पल्लवी के कारागिरी में काम करते हैं।

11 देशों में कारागिरी की साड़ियां की जाती है पसंद

जानकारी के मुताबिक, कारागिरी की साड़ियों को सबसे ज्यादा 11 देशों में पसंद किया जाता है। लगभग 50,000 से ज्यादा साड़ियां विदेशों में बेची जा रही है। और पल्लवी का ऐसा मानना है कि जल्द ही उनकी स्टार्टअप का टर्नओवर 50 करोड़ हो जाएगा। 2022 तक उनके स्टार्टअप का टर्नओवर 50 करोड़ तक पहुंच सकता है।