उधर पिता की हो गयी थी मृत्यु और मैं पैसे के लिए कर रहा था नाटक मे काम, नाना पाटेकर ने बयां किए अपने गरीबी के दर्द

हाल ही में “कौन बनेगा करोड़पति” के मराठी वर्जन में बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता नाना पाटेकर कर्मवीर स्पेशल एपिसोड में नजर आए थे। सचिन खेडेकर के द्वारा होस्ट किये जा रहे है इस एपिसोड में नाना अपने पिता को याद कर इमोशनल हो गए थे। शो के दौरान नाना ने अपने पिता के आखिरी दिनों को याद करते हुए बताया कि उस दौरान उनके पास अपने पिता की दवाइयों के लिए भी पैसे नही थे।

मजबूरी में पिता को म्युनिसिपल अस्पताल में करना पड़ा था भर्ती :-

पिता को याद कर भावुक हुए नाना पाटेकर, बताया- बीमारी के वक़्त दवाई के लिए भी नही थे पैसे

नाना ने ये बातें तब बताई जब शो के होस्ट सचिन ने उनसे उनके पिता के बारे में पूछा। एक्टर ने बताया कि उनके पिता को ड्रामा और सिनेमा का बहुत शौक था। वह कभी नाना को शोज़ दिखाने लेकर नही जाया करते थे। उनके पिता का कहना था कि उन्हें खुद जाना चाहिए और देखना चाहिए कि कलाकार कैसे परफॉर्म करते हैं। नाना ने आगे बताया कि अंतिम दिनों में उनके पिता बेहद बीमार थे। लेकिन एक्टर की आर्थिक स्तिथि इतनी खराब थी कि उन्हें मजबूरी में अपने पिता को म्युनिसिपल अस्पताल लेकर जाना पड़ा था। यही नही नाना के पास अपने पिता के दवाई के लिए भी पैसे नही थे।

अपने पिता को अंकल बोलते थे नाना :-

पिता को याद कर भावुक हुए नाना पाटेकर, बताया- बीमारी के वक़्त दवाई के लिए भी नही थे पैसे

अपने पुराने दिनों को याद करते हुए नाना पाटेकर ने आगे बताया, ‘जब वे बीमार थे, तब मेरा नाटक ‘महासागर’ चल रहा था, उन्होंने केवल शुरूआत देखी थी, इसलिए मैंने मेरे अंकल को आकर देखने के लिए बोला। मैं अपने पिता को अंकल बोलता था। उन्होंने मना कर दिया। बोले, पिछली बार मैं देखने गया था और मेरा चश्मा गिर गया था। लेकिन मैंने उनको बुरा लगे, इसलिए नहीं बोला था। वे सीढ़िया चढ़ना नहीं चाहते थे। मैं उनको शिवजी मंदिर ले गया। मैंने यह प्रयोग केवल अपने पिता के लिए किया। इसके बाद वे शायद कुछ नहीं देख पाए। मैं पिता को कुछ नहीं दे पाया।’

शो के बाद नाना ने किया था पिता का अंतिम संस्कार :-

पिता को याद कर भावुक हुए नाना पाटेकर, बताया- बीमारी के वक़्त दवाई के लिए भी नही थे पैसे

अपने एक इंटरव्यू के दौरान नाना पाटेकर ने बताया था कि जब नाटक ‘महासागर’ के दौरान उनके पिताजी की तबीयत खराब थी और उन्हें पैसों के जुगाड़ के लिए नाटक करना जरूरी था। ऐसे में उस दिन नाटक के तीन शो रखे गए थे। लेकिन तभी अचानक नाना को इस बात की जानकारी हुई कि उनके पिता अब इस दुनिया में नही है। मगर फिर सब का नुकसान ना हो इस कारण नाना अपना एक शो पूरा करने के बाद दूसरे कलाकार साथियों के साथ अस्पताल गए और अपने पिता का अंतिम संस्कार किया। फिर वापस आकर ‘महासागर’ के दो और शोज भी किये।

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